वैज्ञानिक तथा तकनीकी शब्दावली आयोग, शिक्षा मंत्रालय, भारत सरकार एवं स्नातकोत्तर भौतिकी विभाग, मगध विश्वविद्यालय, बोधगया के संयुक्त तत्वावधान में “तकनीकी शब्दावली का प्रयोग” विषय पर दो दिवसीय संगोष्ठी का शुभारम्भ 05 जुलाई को हुआ। इस कार्यक्रम में मगध विश्वविद्यालय के माननीय कुलपति प्रो. एस. पी. शाही मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे।
वैज्ञानिक तथा तकनीकी शब्दावली आयोग के चेयरमैन प्रो. गिरीशनाथ झा इस कार्यक्रम में गेस्ट ऑफ़ ऑनर के रूप में एवं आयोग के सहायक निदेशक डॉ. बृजेश कुमार सिंह विशेष अतिथि के रूप में कार्यक्रम में सम्मिलित हुए। कार्यक्रम का शुभारम्भ दीप प्रज्ज्वलन के साथ हुआ। तत्पश्चात भौतिकी विभागाध्यक्ष एवं संगोष्ठी के स्थानीय संयोजक प्रो. विजय कुमार वर्मा ने अपने स्वागत भाषण में इस संगोष्ठी की उपयोगिता पर प्रकाश डाला।
इसके उपरांत डॉ. बृजेश कुमार सिंह ने आयोग की कार्यप्रणाली का संक्षिप्त परिचय दिया। प्रो. गिरीशनाथ झा ने भारतीय भाषाओं पर आधारित वैज्ञानिक कार्यकलापों के महत्व पर बल दिया। आगे माननीय कुलपति महोदय ने अपने आशीर्वचन से सबका मार्गदर्शन किया एवं सभी प्रतिभागियों को प्रेरित किया। संगोष्ठी के प्रथम दिवस, प्रो. अनिल कुमार, डॉ. गोविन्द कुमार झा, एवं डॉ. सरिता झा ने प्लेनरी स्पीकर्स के रूप में संगोष्ठी की विषयवस्तु पर आधारित वक्तव्य दिए।
विभाग के सहायक प्राध्यापक डॉ. रेनू रानी एवं डॉ. माधव कुमार सिंह ने इस कार्यक्रम का सञ्चालन कुशलतापूर्वक किया। विभाग के ही सहायक प्राध्यापक डॉ. अंकुराब सिन्हा, डॉ. तनमय लाहिरी, डॉ. शिल्पी बनर्जी, एवं डॉ. विश्वतोष मिश्रा ने संगोष्ठी के सफल सञ्चालन में अपना योगदान दिया।
विभाग के लैब डेमोंस्ट्रेटर डॉ. शिव कुमार यादव एवं अन्य शिक्षणेतर कर्मचारियों ने उल्लेखनीय भूमिका निभाई। संगोष्ठी में विश्वविद्यालय के अन्य विभागों तथा अंगीभूत एवं सम्बद्ध महाविद्यालयों के शिक्षक एवं अन्य संस्थानों के प्रतिभागी भी उपस्थित रहे। इस संगोष्ठी का समापन 06 जुलाई को होगा।