शेरघाटी अनुमंडल अंतर्गत आमस के जेल रोड में स्थित संत मरियम एकेडमी स्कूल में मंगलवार को क्रिकेटर शोहैब खान के आगमन पर संत मरियम एकेडमी के डायरेक्टर कैफ़ी खान एवं हाजी मुन्नन खान ने फूल माला पहनाकर उनका भव्य स्वागत किया।
विकास के कई पहलुओं से अछूते इमामगंज प्रखंड की कोठी गांव निवासी जुगनू खान के चार पुत्रों में शामिल क्रिकेटर शोएब खान ने आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में पत्रकारों से कोठी से दुबई और शारजाह की यात्रा का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि मैने कभी सपने में भी नहीं सोचा था कि एक दिन यूएई में बुखारी क्रिकेट लीग मैच का हिस्सा बनने का मौक़ा मिलेगा।
उन्होंने कोठी से दुबई और शारजाह तक के सफ़र की कहानी को तफ्सील से बयां करते हुए पत्रकारों को बताया कि उनकी प्रारंभिक शिक्षा बोधगया स्थित ज्ञान भारती में हुई। मैट्रिक तक पढ़ाई पूरी करने के बाद दिल्ली में जामिया मिल्लिया इस्लामिया में उन्होंने दाखिला लिया। पढ़ाई के दौरान यूनिवर्सिटी लेबल पर होने वाले कई क्रिकेट मैचों में अच्छा प्रदर्शन किया। लेकिन अवसर और एक मजबूत प्लेटफॉर्म उपलब्यध नहीं होने के कारण स्नातक की पढ़ाई पूरी करने के बाद यहां से वह जॉब के लिए दुबई रवाना हो गए।
उन्होंने बताया कि क्रिकेट के खेल में उन्हें बचपन से ही रुचि थी। दुबई जाने के बाद वह बुखातिर लीग मैच के 48 वां संस्करण में बतौर बैट्स मैन हिस्सा बनने का मौका मिला। धीरे धीरे यहां उन्हें एक नई पहचान मिली और साथ में अपनी प्रतिभा बिखेरने का मौक़ा भी मिला।
उन्होंने बताया कि वहां रहकर विभिन्न टीमों का प्रतिनिधित्व किया। इसके बाद संयुक्त अरब अमीरात के घरेलू सर्किट में अपनी खास जगह बना ली। इस सफलता का श्रेय अपने पिता जुगनू खान और बड़े भाई अल्तमस खान सहित अपने मित्रों को देते हैं।
नई पीढ़ी को संदेश देते हुए उन्होंने कहा कि अपने हुनर और प्रतिभा पर भरोसा बनाए रखें और मज़बूत संकल्प एवं नेक इरादों के साथ आगे और आगे बढ़ते रहना चाहिए। मुश्किलों में हमेशा मुस्कुराना सीखिए। मुझे इस बात का यक़ीन है कि कामयाबी एक न एक दिन जरूर मिलेगी।