सरस्वती शिशु मंदिर उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में ज्ञान विज्ञान मेला का दो दिवसीय भारत माता के पूजन के साथ प्रारंभ  

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पर्यावरण में सभी को रहने का अधिकार है इसकी रक्षा करना सभी का दायित्व है _डॉo श्रीकांत सिंह जी  जिला उद्यान पदाधिकारी

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औरंगाबाद।जिले में सोमवार को दो दिवसीय विज्ञान मेला का द्वितीय दिवस सरस्वती माता एवं भारत माता पूजन के साथ प्रारंभ हो गया। पूजन वंदन संयुक्त रूप से रोहतास विभाग प्रमुख श्रीमान उमाशंकर पोद्दार जी, मुख्य अतिथि डॉ श्रीकांत सिंह जी(जिला उद्यान पदाधिकारी), मुख्य अतिथि डॉ सीo एसo पांडे जी(सिन्हा कॉलेज रसायन विभाग प्रमुख), सचिव बजरंगी प्रसाद जी, अध्यक्ष शिवपूजन सिंह जी(सिन्हा कॉलेज),

सरस्वती शिशु मंदिर उच्चतर माध्यमिक विद्यालय प्रधानाचार्य श्रीमान नीरज कुमार कौशिक जी, उप प्रधानाचार्य सुरेश मेहता जी,प्राथमिक खंड के प्रधानाचार्य सुमन कुमार जी, तिलौथू प्रधानाचार्य धनंजय शर्मा जी, शारीरिक शिक्षक राकेश पांडे जी, वरिष्ठ आचार्य जितेंद्र सिंह जी, विद्यालय निवर्तमान आचार्य अरविंद जी, अशोक जी सहित सभी आचार्य बंधु भगिनी द्वारा किया गया।

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अतिथि महोदय का स्वागत एवं अभिनंदन उच्च खंड के प्रधानाचार्य श्रीमान नीरज कुमार कौशिक जी द्वारा किया गया। उप प्रधानाचार्य सुरेश प्रसाद मेहता जी द्वारा सचिव बजरंगी प्रसाद जी को पुष्पगुच्छ एवं अंग वस्त्र प्रदान कर सम्मानित किया गया। प्राथमिक खंड के प्रधानाचार्य सुमन कुमार जी के द्वारा विभाग प्रमुख उमाशंकर पोद्दार जी को पुष्पगुच्छ एवं अंगवस्त्र प्रदान कर सम्मानित किया गया।

प्रधानाचार्य नीरज कुमार कौशिक जी के द्वारा मुख्य अतिथि डॉक्टर श्रीकांत सिंह जी को अंग वस्त्र एवं पुष्प गुच्छ प्रदान कर सम्मानित किया गया। तिलौथू प्रधानाचार्य जी द्वारा पांडे जी को पुष्प कुछ एवं अंग वस्त्र प्रदान कर सम्मानित किया गया।राकेश पांडे जी द्वारा विभाग प्रमुख उमाशंकर पोद्दार जी को द्वितीय दिवस की प्रस्ताविकी और आशीर्वचन के लिए आमंत्रित किया गया विभाग प्रमुख द्वारा उद्बोधन में द्वितीय दिवस को प्रथम दिवस से अलग बताते हुए इसकी कुछ विशेषताओं पर विचार प्रकट करते हुए कहा गया कि

द्वितीय देश दिवस को जो कार्यक्रम प्रस्तावित है उन कार्यक्रमों में केवल प्रतिभाशाली विद्यार्थी ही प्रतिभाग कर सकते हैं गणित एक भाषा हैं जिस भाषा के उपयोग से सभी को अपने जीवन की विभिन्न परिस्थितियों में उपयोग करना चाहिए प्रत्येक वस्तु स्थिति में विज्ञान गणित समाहित है अतः हमने जो लक्ष्य बनाया उसे प्राप्त करने के लिए सीखे ज्ञान का उपयोग करना चाहिए।

किसी भी समस्या को चुनौती के रूप में लेकर उसकी कमी को दूर करने का प्रयास निरंतर करना चाहिए। श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेई जी के कविता क्या हर में क्या जीत में……..…..…के साथ अपने वक्तव्य को पूर्ण किया। मुख्य अतिथि द्वारा उद्बोधन में औरंगाबाद मंच पर उपस्थित होकर स्वयं को गौरवान्वित महसूस करते हुए बच्चों को आशीर्वाद रूपी वचन प्रदान करते हुए गुरुजनों की आज्ञा का पालन एवं सम्मान की सीख देते हुए पर्यावरण संरक्षण पर ध्यान आकर्षित करते हुए विचार दिया कि सभी जीव जंतु पेड़ पौधों को भी संरक्षण का अधिकार है

कहां की सरस्वती के इस मंदिर से विभिन्न क्षेत्रों में स्वयं को स्थापित करने एवं विद्यालयों के प्लेटफार्म का उपयोग करते हुए सिखाते हुए ज्ञानवृत्ति करते हुए प्रगति करने का आशीर्वचन दिया साथ साथ ही सभी सम्मानित जनों का आभार प्रकट करते हुए स्वयं को गौरवान्वित महसूस करते हुए बताकर अपने वक्तव्य को पूर्ण किया। ज्ञान विज्ञान प्रमुख बृजेश आचार्य जी द्वारा आज होने वाले कार्यक्रम प्रदर्शन रंगमांच्या कार्यक्रम वचन मूर्ति कला आदि प्रतियोगिताओं की तीनों वर्गों शिशु वर्ग बाल वर्ग किशोर वर्ग के स्थल नियम सहित सभी पहलुओं की जानकारी प्रदान की गई। इस प्रकार सभी सम्मानित जनों आचार्य अतिथियों महानुभावों की उपस्थिति में ज्ञान विज्ञान मेला का द्वितीय दिवस प्रारंभ हो गया।

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