औरंगाबाद।स्वामी विवेकानंद विषय पर संगोष्ठी आयोजित की गई हिंदी सप्ताह समारोह के अवसर पर जनेश्वर विकास केंद्र,साहित्य संवाद औरंगाबाद एवं चंद्रिका सेवा संस्थान के द्वारा जम्होर के चंद्रिका स्मृति भवन में स्वामी विवेकानंद के शिकागो में दिए गए भाषण एवं उनके जीवन चरित्र को लेकर एक विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया। सर्व प्रथम उपस्थित अतिथियों को कुमकुम लगाकर एवं माल्यार्पण कर स्वागत किया गया। तत्पश्चात स्वामी जी के तस्वीर पे पुष्प चढ़ा
कर उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि दी गई। फिर विचार गोष्ठी का उदघाटन समारोह की अध्यक्षता कर रहे अजीत कुमार सिंह, सिद्धेश्वर विद्यार्थी जी, अधिवक्ता, प्रोफेसर रामाधार सिंह, सेवा निवृत प्रधानाध्यापक एवं प्रख्यात ज्योतिष विद शिव नारायण सिंह जी, राम लखन सिंह यादव कॉलेज के सेवा निवृत हिंदी के विभागाध्यक्ष प्रोफेसर राजेंद्र सिंह जी , कवि लवकुश प्रसाद सिंह जी ,
सेवा निवृत प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी एवं भारतीय जनता पार्टी के महिला मोर्चा के प्रवक्ता श्रीमती सुमन अग्रवाल , जनेश्वर विकास केंद्र के अध्यक्ष रामजी सिंह जी, लाल देव सिंह जी ,जम्होर पंचायत के मुखिया प्रतिनिधि एवं प्रखंड कांग्रेस कमिटी के अध्यक्ष प्रदीप कुमार सिंह, पूर्व मुखिया जम्होर सुरेंद्र गुप्ता जी, सत्यचंडी धाम महोत्सव के अध्यक्ष राजेंद्र सिंह जी, शिक्षक अरुण कुमार सिंह जी आदि उपस्थित वक्ताओं ने संयुक्त रूप से किया। गोष्ठी का विषय प्रवेश कराते हुए शिक्षक एवं संघ प्रचारक अरुण कुमार सिंह जी ने स्वामी विवेका नंद के शिकागो भाषण में उद्धृत
कई महत्व बिंदुओं पे चर्चा करते हुए उनके जीवन चरित्र पे भी प्रकाश डाला। प्रोफेसर रामाधार सिंह जी ने उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि अल्पायु में ही
भारतीय नवजवानों के पथ प्रदर्शक बने। प्रोफेसर राजेंद्र सिंह ने जीवन दर्शन पे विस्तारपूर्वक चर्चा करते हुए स्वामी विवेका नंद के शून्य पे दिए गए भाषण को दर्शन से जोड़ दिया। वक्ता शिव नारायण बाबू ने स्वामी विवेकानंद के अंग्रेजी में दिए गए कुछ विचारों को हिंदी में रूपांतरित करते हुए विभिन्न उदाहरणों से उनके जीवन पे प्रकाश डाला। गोष्ठी का संचालन करते हुए अधिवक्ता सिद्धेश्वर विद्यार्थी जी ने कहा कि उनके व्यक्तित्व को साधारण समझकर ही
उन्हें जीरो विषय पर बोलने को कहा गया जिसपे वे लगातार बोलते हुए वसुधैव कुटुंबकम् पे चर्चा किए। प्रोफेसर दिनेश प्रसाद जी ने भी स्वामी विवेकानंद के जीवन से जुड़े विभिन्न घटनाओं की चर्चा की एवं स्वामी रामकृष्ण परमहंस से हुए संवादों पे भी प्रकाश डाला। गोष्ठी को स्थानीय लोगों में पंचायत समिति के सदस्य अनिल अग्रवाल, गायत्री परिवार के नवनीत गुप्ता, राम ध्यान साव, मलय पाठक आदि लोगों ने भी संबोधित किया। गोष्ठी की अध्यक्षता
भारतीय मानवाधिकार के प्रदेश अध्यक्ष, भारतीय रेडक्रॉस सोसायटी के राज्य प्रतिनिधि एवं जम्होर अधिसूचित समिति ( नगर पालिका) के पूर्व उपाध्यक्ष प्रसिद्ध समाज सेवी अजीत कुमार सिंह एवं संचालन वरीय अधिवक्ता सिद्धेश्वर विद्यार्थी जी एवं धन्यवाद ज्ञापन मधुसूदन त्रिवेदी जी ने किया। गोष्ठी में साक्षरता कर्मी तुलसी सिंह, सरयु सिंह, पूर्व पुलिस पदाधिकारी अशोक कुमार सिंह, ज्योतिष विद ओमप्रकाश पाठक, सुरेश यादव, वासुदेव यादव, शंकर दयाल यादव, दिलावर सिंह, राम प्रसाद चौधरी, पवन सिंह, टिक्कू सिंह , सनी चौधरी , राज रौशन सिंह रवि आदि करीब पचास लोग उपस्थित थे।