किसी अजनबी ने अज्ञात मरीज को पहुंचाया अस्पताल तो एंबुलेंस कर्मी ने सड़क किनारे फेंका
औरंगाबाद। मॉडल अस्पताल का दर्जा प्राप्त अस्पताल में एम्बुलेंसकर्मी के द्वारा जिंदा मरीज को सड़क के किनारे छोड़े जाने के कारण मरीज की मौत हो गई, सदर अस्पताल से जुडा एक दिल को झकझोर कर देने वाली सनसनीखेज मामला सामने आया है।बताया जाता है कि लगभग 50 वर्षीय एक अज्ञात शख्स जिसकी हालत खराब देखते हुए किसी के द्वारा उसे सदर अस्पताल पहुँचाया गया। बाद में अस्पताल प्रबंधन के द्वारा उसका प्राथमिक इलाज भी किया गया। अब उस मरीज को एम्बुलेंस कर्मी एवं एक स्ट्रेचर मैन एंबुलेंस पर लेकर बारुण थाना क्षेत्र के एक गांव के किनारे सड़क पर छोड़ आए। जिससे उसकी मौत हो गई।
मरीज की मौत के बाद मामले ने तुल पकड़ लिया और पुलिस ने इस मामले में सदर अस्पताल के स्ट्रेचर मैन एवं एक एम्बुलेंसकर्मी को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की। एंबुलेंस कर्मी एवं स्ट्रेचर मैन ने बताया कि यह कम उनके द्वारा अस्पताल के अधिकारी के कहने पर कि गई है। अधिकारी की बात मानते हुए वे लोग मरीज को एम्बुलेंस में टांगकर ले गए और उसे बारुण थाना क्षेत्र के पोखराही गांव के समीप एक झाड़ी में फेंक दिया और वहां से खिसक गए । बाद में एक पुलिस को लावारिश शव की सूचना मिली। सूचना मिलने के बाद बारुण थाने की पुलिस मौके पर पहुंची 12 नवंबर की दोपहर को शव बरामद किया और कब्जे में लेकर उसका पोस्टमार्टम कराया। पुलिस ने बरामद शव से सदर अस्पताल का बेडशीट पाया।
मामले की तहकीकात करते हुए बारुण थाने पुलिस ने थानाध्यक्ष सौरभ कुमार के नेतृत्व में जब सदर अस्पताल के एक स्ट्रेचर मैन और एक एम्बुलेंसकर्मी को हिरासत में लिया और मामला परत दर परत खुलता गया। गुरुवार को मामले के अनुसंधान के क्रम में जब पुलिस ने सख्ती से घटना के बारे में एम्बुलेंसकर्मियों से पूछताछ की तब पूरे मामले का खुलासा हो सका । पुलिस ने पूरे मामले का सदर अस्पताल के सीसीटीवी फुटेज का भी अवलोकन किया और उक्त फुटेज में हिरासत में लिया गया स्ट्रेचर मैन उक्त मरीज को एंबुलेंस में लादता नजर भी आया और एंबुलेंस मरीज को लेकर बाहर जाता भी दिखा।
इधर जब इस मामले के बारे में एसीएमओ से बात की गयी तब उन्होंने इसे गैर जिम्मेदाराना कार्रवाई बताते हुए पूरे मामले की जांच की बात कही और कहा पूरे मामले में जांच के बाद जो भी दोषी पाए जाएंगे उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।