शहर के कथरुआ स्थित एक निजी चिकित्सालय के चिकित्सक आसित रंजन पर बुधवार को एक मरीज से एक यूनिट ब्लड के नाम पर 12 हजार रुपए लेने का आरोप लगाया गया है और यह आरोप ओबरा थाना क्षेत्र के पिसाय गांव निवासी रामश्लोक पांडेय ने लगाया है जो गांव एवं आस पास के क्षेत्र में साधु जी के नाम से जाने जाते है। शाम 5 बजे ब्लड बैंक में अपने मरीज पत्नी के लिए ब्लड
लेने पहुंचे साधु जी ने बताया कि गिरने के कारण उनकी पत्नी के पैर की हड्डी टूट गई थी। इलाज के लिए दो दिन पहले सदर अस्पताल लाया था। मगर यहां से रेफर कर दिया गया। रेफर होने के बाद कथरुआ स्थित एक निजी नर्सिंग होम में गया जहां ऑपरेशन के पहले खून की कमी बताकर तीन यूनिट ब्लड चढ़ाने को बोला गया और एक यूनिट ब्लड की कीमत 12 हजार रुपए ले ली गई।
इसकी जानकारी जब एक अखबार के ब्यूरो को लगी तो उन्होंने चिकित्सक को काफी फटकारा और मरीज के परिजन से ब्लड के नाम पर लिए गए 12 हजार रुपए वापस करवाकर दूसरे क्लिनिक में भर्ती करवाया तथा सदर अस्पताल से उन्हें ब्लड उपलब्ध करवाया। ब्लड के नाम पर राशि लिए जाने की खबर पूरे शहर में जंगल में आग की तरह फैल गई और सामाजिक कार्यकर्ताओं द्वारा इस मामले में जांच कर कार्रवाई की मांग की गई।
इधर इस संबंध में जब निजी नर्सिंग होम के संचालक डॉक्टर आसित रंजन से बात की गई तो उन्होंने कहा कि उनपर लगाया गया आरोप बिल्कुल ही बेबुनियाद है। और वे खून का कारोबार नहीं करते। उन्होंने कहा कि उनके द्वारा मरीज को खुद ब्लड के लिए सदर अस्पताल भेजा गया था और मामले को इस लिए तुल दिया जा रहा है कि उन पर इलाज को लेकर बेवजह दबाव बनाया जा रहा था।
जिसे उनके द्वारा इनकार कर दिया गया था। इसलिए बदनाम करने की नीयत से ये आरोप लगाए जा रहे हैं। आरोप में कही कोई सच्चाई नहीं है। उन्होंने बताया कि उनके नर्सिंग होम में कई बार खून से कमी वाले लोगों की सहायता के लिए ब्लड डोनेशन के कैंप आयोजित किए जा चुके है। उन्होंने बताया कि ऐसे कार्य उनके नर्सिंग होम में नहीं होते।