नबीनगर व्यापार मंडल अध्यक्ष के हत्या के बाद राजद नेता जिला परिषद सदस्य को मारने की थी तैयारी, आरोपी गिरफ्तार 

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पूर्व में भी इन पर चुनाव के दौरान हुए हैं हमले, नक्सलियों ने बंदी बनाकर दोनों पर को कुचला था

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मदनपुर।औरंगाबाद जिले के नवीनगर व्यापार मंडल अध्यक्ष संजय कुमार सिंह हत्या कांड के एक और आरोपी को मदनपुर थाना की पुलिस द्वारा गिरफ्तार किया गया हैं। गिरफ्तार आरोपी मदनपुर थाना क्षेत्र के वार पंचायत के सरैया गांव निवासी शिवकुमार सिंह के पुत्र

मल्खान सिंह हैं। ज्ञात हो कि 30 नवंबर 2024 को नबीनगर प्रखंड के माली थाना क्षेत्र के सोनौरा पुल के पास बाइक सवार दो अपराध कर्मियों द्वारा व्यापार मंडल अध्यक्ष संजय कुमार सिंह को गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। जिसमें पांच आरोपियों को जेल भेजा जा चुका था। इधर गुरुवार को मल्खान सिंह को गिरफ्तार किया गया। पूछाताछ में मल्खान ने अपराध स्वीकार किया हैं। थानाध्यक्ष राजेश कुमार ने बताया कि संजय कुमार सिंह के हत्या के बाद राजद के वरीय नेता और मदनपुर के जिला जिला परिषद सदस्य शंकर यादवेंदु को हत्या की सुपारी मिली थी।

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हालांकि, उसने सुपारी देने वाले का नाम नहीं बताया हैं, फ़िलहाल, पुलिस के द्वारा पूछताछ में इस बात का खुलासा किया गया है। थानाध्यक्ष राजेश कुमार ने बताया कि नवीनगर व्यापार मंडल अध्यक्ष संजय सिंह हत्या कांड के एक और आरोपी को गिरफ्तार किया गया हैं। पूछताछ में उसने अपना अपराध स्वीकार किया हैं। साथ ही बताया कि उसे राजद नेता शंकर यादव के हत्या की सुपारी मिली थी। थानाध्यक्ष ने बताया कि संजय सिंह हत्याकांड में बीते दिनों 50 हज़ार रूपये का इनामी

राकेश गिरी उर्फ बाबा को देव-मदनपुर पथ पर आजन मोड़ से गिरफ्तार किया गया था। इस मामले में जिला परिषद सदस्य शंकर यादवेंदु ने पुलिस से सुपारी देने वाले के खिलाफ ठोस कार्रवाई की मांग की हैं। साथ ही ने शंकर यादवेंदू ने अपनी जान का खतरा बताते हुए सुरक्षा की मांग की हैं। शंकर यादवेंदू ने बताया कि हमें फोन पर इस तरह की बातें बोली गई थी जिसे हमने पुलिस को सूचित किया था।

2011 में चुनाव प्रचार के दौरान हुईं थी हमला

2011 हुआ यह था कि शंकर यादवेंदू जिला परिषद का चुनाव लड़ रहे थे और उसी क्रम में चुनाव प्रचार के अंतिम दिन वे पीरवा में अपने समर्थकों के साथ प्रचार कर रहे थे। तभी अज्ञात अपराधियों ने उन्हें बंदी बना लिया था लेकिन स्थानीय लोगों के पुरजोर विरोध के बाद उन्हें अपराधियों के चंगुल से छुड़ा लिया गया था। लेकिन उस समय उनका दोनों पैर पत्थर से कुच दिया था। उनपर कई बार इस तरह के अपराधिक हमले हुए हैं।

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