औरंगाबाद।बिहार के मगध मूल के निवासी शाकद्वीपीय ब्राह्मण बोलचाल में सकलदीपी ब्राह्मण कहे जानेवाले जो मग ब्राह्मण समाज का तीन दिवसीय पटना काशी मग अभियान का आयोजन प्रभावी रूप से सम्पन्न हो गया। इस अभियान के तहत सकलदीपी ब्राह्मण समाज के लोगों ने औरंगाबाद जिले के साथ साथ पटना अरवल जहानाबाद भोजपुर रोहतास कैमूर सहित यूपी के पूर्वांचल के जिलों में अपनी सामाजिक जागरुकता के कई कार्यक्रम किये।
इस अभियान को औरंगाबाद जिले के सकलदीपी ब्राह्मण समाज की ओर से विशेष प्रभावी बनाया गया और अन्य जिलों में जा जाकर लोगों को अपनी पारम्परिक और सामाजिक चेतना के प्रति जागृत किया गया. इस अभियान के ख़ास स्लोगन “सभी जातियों की जय हो और सभी वर्गों का कल्याण हो ” की अपनी स्वजातीय भावना के तहत धर्म,कर्मकांड आयुर्वेद साहित्य सहित जनोपयोगी परम्पराओं के साथ समाज की सेवा और शिक्षण की और गहराइयों में उतरने की अपील की गई।
अभियान के निदेशकों गुप्तेश्वर पाठक और श्यामनंदन मिश्र ने बताया कि राज्य में जातीय जनगणना के बाद सभी जातियों को अपनी अपनी संख्याबल के साथ समाज को मजबूत करने और एक दूसरे के प्रति सम्मानभाव से सुंदर स्वस्थ समाज की परम्परा को और मजबूत करने का समय आ गया है। दोनों ने कहा कि समाज के जीवन मरण और सुख दुःख के समय सभी जाति वर्गों के साथ रहते आये और सम्मान हासिल करते आये सकलदीपी ब्राह्मण समाज सभी जातियों की जय और कल्याण कामना करता है।
पटना कशी मग अभियान कार्यक्रम में मुख्य रुप से बंगलौर से आये सुनील शर्मा और चेन्नई से आये किशोर शर्मा ने बिहार के मगध क्षेत्र के सकलदीपी ब्राह्मण समाज को सामाजिक उन्नत्ति और गरिमा को बढ़ाने के लिए कई बातें बताई। साथ ही मगध सहित पूरे भारतवर्ष में सूर्यपूजा के लिए विशिष्ठ माने गए सकलदीपी ब्राह्मण समाज को सौर परम्परा की गरिमा बढ़ाने और इसके प्रति सामाजिक शोध बोध करते रहने की अपील की।
बंगलोर में सुनील शर्मा द्वारा बनाये जा रहे भव्य सूर्यमंदिर और सकलदीपी ब्राह्मण आवास गृह हेतु मग अभियान के तहत पटना काशी अभियान में प्रति सकलदीपी ब्राह्मण परिवारों की और से १ रूपये की दान राशि भी दी गई साथ ही उन्हें फरवरी में हो रहे मंदिर के भव्य उद्घाटन में भारी संख्या में मगध से बंगलोर आने का आमंत्रण पत्र भी हजारों सकलदीपी ब्राह्मण परिवारों में वितरित किया गया।आयोजित हुए।
इस अभियान में पटना से काशी तक मग यात्रा की गई और पटना महाबलीपुर अरवल मेहन्दिया शमशेरनगर ,दाउदनगर ओबरा देव उमगा मदनपुर सिरिस डेहरी सासाराम मोहनियां कर्मनाशा मुंडेश्वरी और वाराणसी में मगजन मिलन के कार्यक्रम किये गए।
शंखध्वनि मंत्रोच्चार और महिलाओं बच्चों के कार्यक्रम के साथ अभियान को आकर्षक बनाया गया। औरंगाबाद में एक शोभयात्रा भी निकाली गई और अदरी नदी सूर्यमंदिर घाट पर पं पीयूष पाठक द्वारा भव्य गंगा आरती भी की गई जिसमे समाज के सभी जाति वर्गों के पुरुषों महिलाओं बच्चों ने भाग लिया।
मग अभियान कार्यक्रम में मगकुल के साहित्यकारों कलाकारों और कौशलजीवियों की भी कई तरह से भागीदारी हुई और सबने मिलकर समाज की सभी जाति वर्गों द्वारा सदियों से मगध के शाकद्वीपीय ब्राह्मणों को मिलते आ रहे सम्मान के प्रति आभार व्यक्त किया गया और समाज को पारंपरिकता और आपसी प्रेम को प्रगाढ़ बनाने में शाकद्वीपीय ब्राह्मणों की भूमिका को प्रभावी और समसमायिक बनाने का संल्कप लिया गया।
औरंगाबाद जिले से मग अभियान का नेतृत्व किया अधिवक्ता योगेश मिश्र ने और इसे प्रभावी बनाने में जगनारायण पाठक, राजेंद्र पाठक, मनीष पाठक, भैरोनाथ पाठक, रवींद्र मिश्र, परमेंद्र मिश्र, सुरेंद्र प्रसाद मिश्र, धर्मेंद्र पाठक, मनीष पाठक, अशोक पांडे, संतोष मिश्र, बालमुकुंद पाठक, राजकिशोर मिश्र, जयराम पाठक, अश्विनी पाठक, अनुज बेचैन, अनिल मिश्रा, राज पाठक, प्रमोद मिश्रा, मृत्युंजय मिश्रा, मणिकांत पांडे, उमापति मिश्रा, विनय मामुली बुद्धि, राजकिशोर पाठक सहित तमाम शाकद्वीपीय ब्राह्मण परिवार के लोगों की भागीदारी रही।