औरंगाबाद।स्थानीय अधिवक्ता संघ भवन में जनेश्वर विकास केंद्र एवं साहित्य संवाद के संयुक्त तत्वावधान में गीता जयंती का सोल्लास आयोजन किया गया जिसकी अध्यक्षता संस्था के अध्यक्ष श्री रामजी सिंह तथा कुशल संचालन कवि ,साहित्यकार एवं शिक्षक डॉ हेरंब कुमार मिश्र ने किया । सचिव सिद्धेश्वर विद्यार्थी ने बताया कि
सर्वप्रथम आगत अतिथियों ने दीप प्रज्वलित कर पवित्र ग्रंथ गीता पर माल्यार्पण कर कार्यक्रम की शुभारंभ की ।अपने वक्तव्य का
श्रीगणेश करते हुए प्रो दिनेश प्रसाद ने गीता को सार्वदेशिक और सार्वकालिक ग्रंथ बताया ,वहीं ज्योतिर्विद शिवनारायण सिंह ने गीता को एक ऐसा अमूल्य ग्रंथ की संज्ञा दी जिसके अनुशीलन से जीव बंधन से मुक्त हो सकता है ।
डॉ सुरेंद्र प्रसाद मिश्र ने गीता को विश्व मनीषा की अमूल्य धरोहर बताते हुए कहा कि गीता रूपी गंगा में स्नान करने से जीव जन्म और मरण के बंधन से मुक्त हो जाता है ।
बतौर मुख्य अतिथि , पंचदेव धाम चपरा के संस्थापक श्री अशोक कुमार सिंह एवं चाणक्य परिषद के अध्यक्ष रामानुज पांडे ने गीता की उपादेयता को रेखांकित करते हुए बताया कि गीता मात्र पढ़ने का नहीं ,आचरण में उतरने की का ग्रंथ है। वस्तुतः यह स्वयं भगवान श्री कृष्ण के मुख से नि:सृत पवित्र मंत्रों का समाहार है। साथ ही गीता का ही जयंती मनाई जाती है ।
इस भौतिक युग में भी गीता की प्रासंगिकता की चर्चा करते हुए संस्था के सचिव वरीयअधिवक्ता सिद्धेश्वर विद्यार्थी ने कहा कि अनन्य भाव से जो गीता की शरण में जाता है और जगतगुरु श्री कृष्ण की आराधना करता है ,उसका सर्वार्थ सिद्ध हो जाता है।
अपने संचालन क्रम में डॉ हेरंब ने गीता पर अपनी एक पद्यात्मक प्रस्तुति दी ,जिसे लोगों ने काफी सराहा ।इस अवसर पर और जिन व्यक्तियों ने अपनी राय रखी, उनमें कवि रामकिशोर सिंह,आर एस एस जिला कार्यवाही शिक्षक अरुण सिंह , रौशन कुमार, साहित्य संवाद के अध्यक्ष लालदेव प्रसाद ,अधिवक्ता अनिल कुमार सिंह, पूर्व दरोगा सिंहेश्वर सिंह ,शिक्षक उज्जवल रंजन , सत्यचंडी महोत्सव के अध्यक्ष राजेंद्र प्रसाद सिंह उपाध्यक्ष अरुण सिंह आदि प्रमुख थे। इस अवसर पर जिनकी गरिमामयी उपस्थिति बनी रही ,उनमें वीरेंद्र कुमार सिंह.., अभियंता विंग के अध्यक्ष धीरेन्द्र सिंह, प्रमोद सिंह आदि प्रमुख थे।
इस अवसर पर 6 आध्यात्मिक रुचि संपन्न व्यक्तियों को पवित्र ग्रंथ गीता देकर मुख्य अतिथि अशोक कुमार सिंह एवं संस्था के अन्य सदस्यों के हाथों उन्हें सम्मानित किया गया, जिनमें . सत्यचंडी न्यास समिति के सचिव राजेंद्र सिंह, सामाजिक कार्यकर्ता रौशन सिंह, अधिवक्ता अनिल सिंह, सामाजिक कार्यकर्ता प्रमोद सिंह , हेमंत जी एवं वीरेंद्र कुमार सिंह थे ।अंत में आगे अतिथियों के प्रति आभार व्यक्त करने और अध्यक्षीय उद्बोधन के बाद सभा संपन्न हुई।