औरंगाबाद।अदरी बचाओ आंदोलन का तीसरा दिन का यात्रा प्रारंभ इसरोर, कटैया, मजगढ़ बीघा, केश्वर बीघा,अदरी,खड़िहा,खाखड़ा कुंडा ग्राम में समापन हुई। इस यात्रा के दौरान ग्रामीण वासियों इस यात्रा को लेकर काफी उत्साहित दिखे उन्होंने बताया कि हम सबको अपनी हक की पानी के लिए एकजुट होने की जरूरत है इस
आंदोलन में हम सभी बढ़ चढ़कर हिस्सा लेकर अपनी हक की मांग करेंगे, यह आंदोलन को सफल होने से हम सभी किसानों को एक बड़ा राहत मिलेगा अपनी खेती-बाड़ी करने में। कार्यक्रम के संयोजक अनिल सिंह ने बताया कि यह आंदोलन एक व्यक्ति विशेष का नहीं पूरे समाज का है इस आंदोलन में हर ग्रामीण क्षेत्र से लोगों को जोड़ने की जरूरत है ताकि 24 दिसंबर को होने वाले जनसभा के दिन हम सभी अपनी शक्ति प्रदर्शन कर सके, इस आंदोलन के प्रति
सभी लोगों का आशीर्वाद मिल रहा है तो निश्चित रूप में आंदोलन हम सब का सार्थक होगा, अब अदरी नदी के रूप में नहीं बस एक नला के रूप में बनकर रह गया है यदि अभी भी हम सजग नहीं हुई तो आने वाला समय और विकराल रूप हम लोग के लिए ले सकता है, यदि जल नहीं तो हमारा भविष्य का फिर कल नहीं। हमने पहले ही आंदोलन में लोगों से अपील किया है हम अपना पानी लेकर रहेंगे और सभी लोग इसके प्रति संकल्पित हैं 24 दिसंबर को अपना
शंखनाद कर देंगे। यदि हम सभी इसके खिलाफ आवाज नहीं उठाएंगे तो आने वाली पीढियां हम सबको माफ नहीं करेगी वह भी समय था जब हमारी नदियां पूरी तरह निर्मल पानी की तरह धारा में प्रभावित होती थी आज के समय में नदियों के धार में कूड़ा कचरा देखने को मिलता है जिस पानी को जानवर तक पीने पर सुरक्षित ना हो। पानी के बिना कुछ भी संभव नहीं है यदि जल नहीं है तो हमारा जीवन नहीं है यदि हमारी नदियां सुरक्षित रहेगी हमारे आने वाली पीढ़ियां भी
सुरक्षित होगी यदि नदियां समाप्त हो गई तो हम समाप्त हो जाएंगे अब हम सबको इसके प्रति सजग और जागरूक होने की जरूरत है और यह हम सबको मिलकर अपनी नदियों को सुरक्षित करने का जिमा उठाना होगा। यदि भ्रष्टाचारी लुटेरों से अपनी नदियों को नहीं बचाए तो आने वाला भविष्य हम सबके लिए और भयावक होगा, नदियों का दोहन हमारे आने वाले पीडिया का दोहन होने के बराबर है। पुरुषोत्तम सिंह ने बताया कि अपनी नदियों को संरक्षित रखने के लिए हम सबको आगे आना होगा यदि हमारी नदियां संरक्षित हैं तो
हमारा जीवन सुरक्षित है, नदियों को संरक्षित रखते हुए अपने घर के पानियों को भी संरक्षित रखने की जरूरत है यदि जल बचेगा तो हम बचेंगे। इस अभियान में सभी लोगों को जुड़ने की अपील की आज आपका यह अभियान कल आपका भविष्य सुरक्षित रखेगा।
समाजसेवी सुमन अग्रवाल ने यात्रा का सराहना करते हुए कहा कि यह आंदोलन समाज हितकारी है इस आंदोलन से समाज के सभी वर्गों को जोड़ने की जरूरत है यह पूरी समाज के सबसे बहुमूल्य जरूरत की लड़ाई की आंदोलन है। इस मौके संयोजक अनिल कुमार सिंह,पुरुषोत्तम सिंह, कालिका प्रसाद सिंह इसरोर पंचायत के
मुखिया सह पैक्स अध्यक्ष पंकज कुमार सिंह, विनोद चंद्रवंशी ,सुनील सिंह, तुलसी सिंह ,रघुनाथ राम, विनोद सिंह ,संतोष सिंह, प्रिंस सिंह ,सुमन अग्रवाल, विक्रांत प्रताप सिंह ,कैलाश पासवान आदित्य श्रीवास्तव, सुनीता सिंह ,दीपक कुमार सिंह ,महाराणा सिंह छोटू ,विकास बारूद ,अनिल सिंह ,गुड्डू कुमार सिंह ,अरविंद सिंह, सूरज कुशवाहा, शिवनंदन पासवान, महेंद्र सिंह ,रामस्वरूप सिंह ,सचिन कुमार ,मदन साव , धर्मेंद्र शर्मा