औरंगाबाद। सदर अस्पताल में इलाज कराने पहुंची एक अज्ञात महिला को खून की आवश्यकता थी। सुचाना मिलते ही न्यू एरिया निवासी अधिवक्ता अनिल कुमार सिंह की पुत्री और पत्रकारिता की छात्रा करिश्मा सिंह ने सदर अस्पताल पहुंच कर अपना खून देकर उस अज्ञात महिला की जान बचाई।
करिश्मा ने बताया कि रक्त दान महादान ही नहीं जीवनदान हैं, अगर किसी का जीवन बचाने के लिए रक्त दान करना पड़े तो अवश्य करना चाहिए। उसने बताया की जब किसी को रक्त की आवश्यकता पड़ती है तो मैं अपना रक्तदान करती हूँ।
और अपने मध्यम से लोगों को जागरूक भी करती हूं। आपके एक कदम से अगले का जीवन बच सकता इससे आप न सिर्फ़ किसी एक का जान बचाते हैं बल्कि उसके पूरे परिवार को बचा सकते हैं।