औघड़ मंगल राम बाबा संता एवं सांप्रदायिक सौहार्द के प्रतीक थे डॉ संजय रघुवर 

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औरंगाबाद।मंगलवार को श्री सर्वेश्वरी समूह के उपाध्यक्ष रहे पूज्य गुरुदेव मंगल राम बाबा जी के आज पुण्यतिथि है सूदना डाल्टनगंज स्थित श्री सर्वेश्वरी समूह आश्रम को उन्होंने अपने खून से सिंचा और समाज के दबे कुचले वर्ग के सदियों से उपेक्षित वर्ग को तथा विभिन्न धर्मो के लोगों को जैसे मुसलमान ,सिख, इसाई इत्यादि धर्म के पालन करने वाले लोगों को श्री सर्वेश्वरी समूह से जोड़ा और धार्मिक उन्माद तथा जातीयता इत्यादि दुर्गुण से अपने शिष्यों को अलग रखने का प्रेरणा दिया।

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पलामू के विभिन्न जगहों पर उन्होंने श्री सर्वेश्वरी समूह के शाखा आश्रमों का स्थापना किया जिस क्रम में पलामू झारखंड के सीमा पर औरंगाबाद जिले के सिमरीबाला (पक्का बांध) में भी अत्यंत पिछड़ी जाति एवं दलित समाज के अपने शिष्यों को प्रेरित कर आश्रम की स्थापना किया।

गरीब परिवार से आने वाले शिष्यों एवं संपन्न परिवार से या फिर प्रशासनिक न्यायिक सेवा से आने वाले शिष्यों में उन्होंने कोई भेदभाव नहीं रखा उनके जीवन काल में उसकी सर्वेश्वरी समूह के सूरमा डाल्टनगंज आश्रम में जाने वाले सभी लोग एक परिवार की तरह रहा करते थे । औघड़ मंगल राम बाबा ने विधवा विवाह, गरीब लड़कियों की शादी एवं कई सामाजिक कार्यों को अंजाम दिया कभी पलामू हिंसा के दौर से गुजर रहा था और स्वर्ण जातियों की सेना बन

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गई थी वही समाज के कमजोर वर्ग के लोग भी हिंसक संगठन का गठन कर चुके थे, तब औघड़ मंगल राम बाबा ने पूरी निष्ठा के साथ समाज में शांति बनाए रखने हेतु दोनों पक्षों के बीच बात करके समाज में शांति एवं सद्भाव स्थापित करने का काम किया, आज देश और समाज में जिस प्रकार की नकारात्मक परिस्थितियों बनी है और राजनीति का आज अराजनीतिकरण हुआ है इस विषय इस विषम परिस्थिति में मेरे जैसे लोगों को औघड़ मंगल राम बाबा याद आते हैं

आज उनके पुण्यतिथि के अवसर पर हृदय से उनके चरण कमल में श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए अपने उनके विचारों को जीवित रखने का संकल्प लेता हूं।

 

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