औरंगाबाद में जातीय जनगणना पर जमकर बोले राहुल,कहा देश की 73 प्रतिशत आबादी 100 रुपए में 6.10 का निर्णय करती है।

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भारत जोड़ों न्याय यात्रा के तहत गुरुवार को औरंगाबाद पहुंचे भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष व वायनाड के सांसद राहुल गांधी औरंगाबाद के गांधी मैदान पहुंचे जहां उन्होंने एक विशाल जनसभा को संबोधित किया।

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अपने संबोधन में राहुल गांधी ने सबसे पहले औरंगाबाद के लोगों का मिजाज पूछा जिसका जवाब यहां के लोगों ने हम अच्छे है कहकर पूरे गर्मजोशी के साथ दिया। दर्शकों का मूड भांप कर उन्होंने सबसे पहले अपने देर से आने की क्षमा मांगी और अपने संबोधन को शुरू किया।

उन्होंने जातीय जनगणना से अपने भाषण की शुरुआत की और कहा कि देश की आबादी के 73 प्रतिशत लोग आज भी गरीबी रेखा के नीचे से गुजर रहे है। लेकिन उन्हें अपनी जनसंख्या के हिसाब से भागीदारी नहीं मिलती। यही कारण है कि 100 रुपए के बजट में ये मात्र 6.10 रुपए का निर्णय लेते है।

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उन्होंने कहा कि आदिवासी जाति के पदाधिकारी 10 पैसे, दलित जाति के पदाधिकारी एक रुपए तथा हरिजन जाति के पदाधिकारी 5 रुपए का निर्णय लेते हैं। इसलिए कांग्रेस की सरकार सत्ता में आते ही पूरे देश में जातीय गणना कराएगी ताकि उन्हें उनका वाजिब हक मिल सके।

उन्होंने जातीय गणना को पूरी आबादी का एक्सरे बताया और कहा कि इससे पूरी आबादी में गरीब, पिछड़ा, अति पिछड़ा, आदिवासी, दलित अल्पसंख्यक और कौन कितना धनी है और कौन कितना निर्धन इसकी स्पष्ट तस्वीर मिलेगी।

श्री गांधी ने नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि देश में मनरेगा का बजट सिर्फ 70 हजार है। उनकी आमदनी बढ़ाने का प्रयास नहीं हो रहा है। मगर मोदी जी ने देश के 10 से 15 अमीरों का 14 लाख करोड़ माफ कर दिया और किसान कर्ज के बोझ तले दब हुए हैं और वही किसान जब अपना हक मांगने जा रहे हैं तो उन्हें छर्रे मारे जा रहे है और आंसू गैस के गोले छोड़े जा रहे हैं।

मगर कांग्रेस ने हाल में ही किसानों का 72 हजार करोड़ कर्जा माफ कर देश में ऐतिहासिक कम किया। श्री गांधी ने कहा कि कांग्रेस सरकार सत्ता में आते ही किसानों को कानूनी गारंटी वाला एमएसपी देगी।उन्होंने जीएसटी की चर्चा करते हुए कहा कि देश का गरीब जिसे खाने के लाले पड़े हुए हैं वह भी यदि अपना शर्ट खरीदता है तो उसे 18 प्रतिशत जीएसटी देना पड़ रहा है।

जबकि अडानी या अंबानी जिनकी आमदनी अरबों रुपए में है उन्हे भी यही जीएसटी देना पड़ती है। कैसी विडम्बना है। श्री गांधी ने कहा कि नरेंद्र मोदी पहले अपनी जात की बात की लेकिन बाद में देश में अमीर और गरीब दो ही जातियां बताया। उनकी कथनी और करनी को पूरा देश जान रहा है और समझ भी रहा है। उन्होंने कहा कि भारत जोड़ों का लक्ष्य सामाजिक और आर्थिक न्याय की बात करना है।

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