बिहार सरकार के पूर्व मंत्री एवं राष्ट्रीय जनता दल के प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ सुरेश पासवान ने कहा कि लगभग पैंतालीस वर्षों से बटाने शीर्ष परियोजना हडियाही राईट एवं लेफ़्ट कैनाल के कमांड क्षेत्र के किसान बेसब्री से इंतज़ार कर रहे हैं कि हमारे खेतों में पानी कब आएगा,अँखियाँ लगभग पथरा ही गई है ।
मैं जब 1995 में देव विधानसभा से विधायक चुना गया तो दो वर्षों तक भगीरथ प्रयास करके वर्षों से इस नहर के बंद काम को युद्ध स्तर पर 1997-98 से सुरू कराने का काम किया गया और किसानों को उम्मीद जगी कि अब मेरे खेतों में भी नहर का पानी आएगा।लेकिन दुर्भाग्यवश सन 2000 में श्री अटल बिहारी वाजपेयी जी के सरकार के द्वारा बिहार का विभाजन कर दिया गया जिसके कारण अंतरराज्यीय परियोजना की वजह से फिर एक बार काम बंद हो गया है। तत्कालीन केंद्र की सरकार वाले हैं इस परियोजना को ठंढे बस्ते में डाल दिया।
डॉक्टर पासवान ने कहा है कि बीस वर्षों से बिहार। में नीतीश कुमार जी के नेतृत्व में डबल इंजन वाली सरकार चल रही है लेकिन हडियाही नहर का काम अधर में लटका हुआ है और इसके लिए पुरी तरह से डबल इंजन वाली नीतीश कुमार की सरकार ज़िम्मेवार हैं ।चूँकि बिहार के बँटवारे के बाद यह परियोजना अंतर्राज्यीय झारखंड और बिहार के बीच में हो गया।
ऐसे परियोजनाओं को पूरा करने के लिए केंद्र सरकार की अहम भूमिका हो जाती है,लेकिन केंद्र की सरकार के घोर उदासीनता के चलते आज तक इस अति महत्वाकांक्षी परियोजना अधर में लटकी हुई है । मैं केंद्र की सरकार से माँग करता हूँ कि बिहार और झारखंड सरकार से इस परियोजना के अधूरे काम को पूरा करने के लिए पहल करे और भरपूर बजटीय,प्रशासनिक एवं तकनीकी सहयोग प्रदान करते हुए हडियाही नहर का निर्माण पुरा करावे ताकि किसानों के खेतों में पानी मिल सके ।