छत पर दौड़ रही थी करेंट,नंगे पांव गया युवक,चपेट में आकर हुई दर्दनाक मौत
औरंगाबाद। शहर के श्रीकृष्ण नगर अहरी में गुरुवार को एक युवक करेंट की चपेट में आ गया। आनन फानन में परिजनों द्वारा उसे इलाज के लिए सदर अस्पताल लाया गया। मगर प्राथमिक उपचार के बाद स्थिति को गंभीर देखते हुए उसे बेहतर इलाज के लिए हायर सेंटर रेफर कर दिया गया। मगर जमुहार जाने से पहले ही रास्ते में उसने दम तोड़ दिया।
युवक की पहचान व्यवहार न्यायालय के अधिवक्ता कामेश्वर सिंह के इकलौते पुत्र विकास कुमार के रूप में की गई है। बताया जाता है कि विकास किसी काम से अपने घर की छत पर खाली पैर गया था और छत पर दौड़ रही करेंट की चपेट में आ गया। आनन फानन में परिजनों द्वारा घर की विद्युत सप्लाई को बंद किया गया और उसे इलाज के लिए सदर अस्पताल लाया गया। घर के इकलौते बेटे विकास की मौत के बाद परिजनों पर दुखो का पहाड़ टूट पड़ा और उनका रो रोकर हाल बेहाल है।
परिजनों ने जानकारी दी कि विकास छुट्टी लेकर अपनी बहन की शादी में घर आया था और काफी धूमधाम से बहन की शादी की। लेकिन ईश्वर को कुछ और ही मंजूर था और बहन को विदा करने के 20 दिन के अंदर ही वह खुद इस दुनिया से विदा हो गया।
इधर जब परिजन विकास को इलाज के लिए लेकर सदर अस्पताल पहुंचे तो वहां की व्यवस्था देख काफी नाराजगी व्यक्त की। क्योंकि जिस वक्त उसे सदर अस्पताल इलाज के लिए लाया गया था उस वक्त इमरजेंसी वार्ड में एक भी चिकित्सक मौजूद नहीं थे।
चिकित्सक के नही रहने पर हालांकि सदर अस्पताल के नर्स एवं जीएनएम उसकी चिकित्सा में लगे हुए थे। मगर परिजन इस परिस्थिति में चिकित्सक को खोज रहे थे। चिकित्सक के नही होने की सूचना अस्पताल उपाधीक्षक डॉक्टर आशुतोष कुमार सिंह को दी गई। तब जाकर आधे घंटे के बाद चिकित्सक सदर अस्पताल पहुंचे और उसके इलाज में जुटे लेकिन उसकी स्थिति तब तक काफी गंभीर हो चुकी थी और स्थिति को गंभीर देखते हुए रेफर कर दिया। नारायणा मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल पहुंचने से पहले ही उसकी मौत हो गई।