औरंगाबाद।जिले में दो दिवसीय कृषि यंत्रीकरण मेला का उद्घाटन अपर समाहर्त्ता राजस्व, जिला लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी, जिला परिषद सदस्य शंकर यादवेंदु,जिला कृषि पदाधिकारी राम ईश्वर प्रसाद एवं सोनु कुमार, सहायक निदेषक (कृषि अभिं0), जिला कृषि कार्यालय के द्वारा संयुक्त रूप से किया गया। कृषि यांत्रिकरण मेले के बारे में जिला कृषि पदाधिकारी के द्वारा विस्तृत जानकारी दिया गया कि खेती को आसान बनाने में यंत्रों का महत्वपूर्ण योगदान
होता है। इसलिए कृषि यंत्रों की खरीद पर सरकार बड़ी मदद कर रही है। औरंगाबाद जिला के 204 पंचायतों में कृषि यंत्र की खरीदारी करने वाले किसानों के बीच वित्तीय वर्ष 2024-25 में विभिन्न 1259 यंत्रों का अनुदान राषि 290.86 लाख रूपये दिया गया। किसानों को आधुनिक कृषि पद्धति से खेती करने के लिए 75 तरह के कृषि यंत्रों की खरीद पर किसानों को 40 से 80 प्रतिषत अनुदान दिया जा रहा है।आधुनिक कृषि में कृषि यंत्रों की भूमिका अति महत्वपूर्ण हो गई है। इसी को ध्यान में रखकर कृषि यांत्रिकरण
योजना हेतु कृषि रोड मैप में लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इसके उपयोग से लघु एवं सीमान्त किसान ससमय क्रियाओं का निष्पादन कर सकेंगे एंव जलवायु परिवर्तन के कुप्रभाव से फसल को संरक्षित कर सकेंगे। कृषकों को धान, गेहूॅ, दलहन एवं तेलहन के साथ-साथ उद्यानिक फसलों के उत्पादन दर में वृषि लाने हेतु यंत्रों पर अनुदान दिये जाने के फलस्वरूप उत्पादन लागत में कमी आयेगी तथा उत्पादन के साथ-साथ गुणवता में भी वृद्धि होगी जिससे उनके आय
को बढ़ाया जा सकता है। जिले में कृषि यांत्रिकरण को बढ़ावा देने के लिए गणवतायुक्त आधुनिक कृषि यत्रों पर अनुदान दिया जा रहा है। इसके परिणाम स्वरूप आधुनिक कृषि यंत्रों जैसे स्ट्रा रीपर, स्ट्रा बेलर, पैडी ट्रांसप्लांटर, हैप्पी सीडर, पावर टीलर, लेजर लैण्ड लेवलर, जीरो टिलेज मषीन, रोटावेटर, रीपर कम बाईन्डर, मिनी राईस मिल, दाल मिल, ऑयल मिल इत्यादी के उपयोग से गुणात्मक रूप से उत्पादन एवं उत्पादकता में वृद्धि की संभावना है।
इस अवसर पर शालग्राम सिंह उप परियोजना निदेशक, आत्मा, दीपक कुमार सहायक निदेशक रसायन, अजीत कुमार पासवान अनुमण्डल कृषि पदाधिकारी औरंगाबाद, अनुप कुमार चौबे मौसम वैज्ञानिक कृषि विज्ञान केन्द्र सिरिस, सभी प्रखंड कृषि पदाधिकारी, कृषि समन्वयक, किसान सलाहकार, प्रखंड तकनीकी प्रबंधक, सहायक तकनीकी प्रबंधक एवं किसान भाई उपस्थित थे।