औरंगाबाद स्थित एनटीपीसी नबीनगर में बुधवार को पर्यावरण लोक सुनवाई का आयोजन किया गया। शाम पांच बजे जानकारी देते हुए परियोजना के पीआरओ अतुल कुमार ने बताया कि कार्यक्रम की अध्यक्षता औरंगाबाद जिलाधिकारी श्रीकांत शास्त्री ने की। इस दौरान अपने संबोधन में कहा कि एनटीपीसी नबीनगर जल्द ही देश का दूसरा सबसे बड़ा पावर प्लांट बनने जा रहा है।
यह प्लांट नबीनगर का नाम देश में ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया में रोशन करने वाला है। बिहार की बिजली आपूर्ति में इस प्लांट का अहम योगदान है। इस पर्यावरणीय लोक सुनवाई का उद्देश्य एनटीपीसी नबीनगर में प्रस्तावित तीन नई इकाइयों के निर्माण हेतु आमजन की अनापत्ति प्राप्त करना था। कार्यक्रम में परियोजना प्रभावित एवं निकटतम गांवों के जनप्रतिनिधि समेत 1000 से भी ज्यादा लोगों ने हिस्सा लिया।
कार्यक्रम में प्रस्तावित 800 मेगावाट की क्षमता वाले तीन नए विद्युत उत्पादन इकाइयों पर विस्तार से चर्चा कर आम जनमानस की राय ली गई। ज्ञातव्य भी हो कि एनटीपीसी नबीनगर में पहले से ही 660 मेगावाट की क्षमता वाले तीन इकाइयों द्वारा 980 मेगावाट का सफल विद्युत उत्पादन किया जा रहा है। स्टेज 2 के अंतर्गत इस पावर प्लांट में 800 मेगावाट की क्षमता वाले तीन नए विद्युत उत्पादन इकाइयों का निर्माण होगा जिससे एनटीपीसी नबीनगर की कुल विद्युत क्षमता 4380 मेगावाट हो जाएगी।
स्टेज 2 के सफल निर्माण के बाद यह पावर प्लांट उत्पादन क्षमता के हिसाब से देश का दूसरा सबसे बड़ा पावर प्लांट बन जाएगाइस कार्यक्रम में अधिकारियों द्वारा ग्रामीण जनमानस एवं जनप्रतिनिधियों के सारे प्रश्नों का जवाब विस्तार से दिया गया और उनको आने वाली नई इकाइयों के बारे में विस्तृत एवं पूरी जानकारी प्रदान की गई।
जिलाधिकारी के अलावा इस कार्यक्रम में बिहार राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारी मनोरंजन सिंह, एनटीपीसी नबीनगर के परियोजना प्रमुख चंदन कुमार सामंता समेत जिला एवं एनटीपीसी के अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।