औरंगाबाद: नगर थाना क्षेत्र के योद्धा नगर में मंगलवार की सुबह उस वक्त अफरा तफरी का माहौल उत्पन्न हो गया, जब लोगों को यह जानकारी मिली कि मदनपुर बीडीओ के चालक मुकेश कुमार का 11 वर्षीय पुत्र आयुष अचानक लापता हो गया। आयुष के लापता होने की जानकारी मिलते ही परिजन परेशान हो उठे और तुरंत इसकी सूचना नगर थाना एवं अपने इष्ट मित्रों को दी।
सूचना मिलते ही नगर थानाध्यक्ष के नेतृत्व में पुलिस बल एक्टिव हो गई और गस्ती दल को इसकी सूचना दी। गस्ती दल के साथ साथ अन्य पुलिस बल भी बच्चे की खोजबीन शुरू कर दी। इसके साथ साथ सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफार्म पर भी बच्चे की तस्वीर के साथ सूचना प्रसारित होने लगी।
इधर मामले की जानकारी मिलते ही मुकेश कुमार के इष्ट मित्र भी बाइक से पूरे शहर की हर गली छान मारें। लगभग चार घंटे तक अथक परिश्रम के बाद देव बीडीओ के चालक ने यह जानकारी दी कि की आयुष एनएच 19 के हसौली मोड़ के सामने खड़ा है।तब नगर थानाध्यक्ष ने उसे वहा से लाया और परिजनों को सुपुर्द किया।
ब ताया जाता है कि सुबह 6 बजे आयुष अपने छोटे भाई के साथ सायकिल चला रहा था।छोटा भाई साइकिल चलाकर घर चला आया।लेकिन जब काफी देर के बाद आयुष घर नहीं लौटा तो उसकी खोजबीन शुरू हो गई।आयुष के गुम होने के बाद परिजनों के होश उड़ गए और वे काफी हतोत्साहित हो गए। लेकिन सगे संबंधियों ने उन्हें हिम्मत दी और चार घंटे के बाद जब आयुष की सकुशल बरामदगी हुई तो उनके जान में जान आई।
बरामद होने के बाद आयुष ने बताया कि सायकिल चलाते चलाते वह भटक गया तभी किसी ने उसे कुछ सूंघा दिया।जब उसे होश आया तो रास्ते में अपनी साइकिल के साथ खड़ा पाया। इधर इस संबंध में जब नगर थानाध्यक्ष सतीश बिहारी शरण से बात की गई तो उन्होंने बताया की बच्चा साइकिल चलाते चलाते घर से दूर निकल गया और रास्ता भटक गया। किसी ने उसका अपहरण नही किया था। फिलहाल वह इस मामले को लेकर हतोत्साहित है जिसके कारण वह डर से यह बता रहा है की उसे किसी के द्वारा अगवा किया गया है। इस बात में कही कोई सच्चाई नहीं है।