औरंगाबाद।नबीनगर प्रखंड के माली थाना क्षेत्र के एक गांव में नाबालिग के साथ दुष्कर्म और फिर हत्या मामले में कार्रवाई नहीं होने पर लोगों में आक्रोश है और राजनीतिक गलियारे में नीतीश कुमार के सुशासन की सरकार पर लगातार हमले किए जा रहे हैं। किशोरी की दुष्कर्म एवं हुई हत्या के बाद राजद प्रदेश नेतृत्व के द्वारा
गठित टीम के सदस्य गुरुवार को उक्त गांव पहुंचे और लगभग तीन घंटे तक पीड़ित परिवार से घटना के संबंध में और घटना के बाद उत्पन्न हालातों पर गहन चर्चा की। इसके पश्चात टीम के सदस्य शहर के दानी बिगहा स्थित अतिथिगृह पहुंचे और पूरे मामले की जानकारी दी। टीम के सदस्यों ने बताया कि इस मामले में माली थानाध्यक्ष की भूमिका पीड़ित परिवार के प्रति संवेदनशील नहीं है। यदि उनके द्वारा परिजनों के शिकायत पर कार्य किए जाते तो ऐसी घटना नहीं घटती।
टीम के सदस्यों ने जिला प्रशासन पर भी आरोप लगाया और कहा कि घटना के दस दिन होने के बाद भी न तो डीएम और न ही एसपी ने पीड़ित परिवार से मुलाकात की और न ही दलित बच्ची के हत्या के बाद सरकारी प्रावधानों के तहत मिलने वाली सुविधाएं पहुंचाई गई। प्रशासनिक संवेदनहीनता की पराकाष्ठा पर कर चुके अधिकारियों के खिलाफ सारी बातों को प्रदेश नेतृत्व, इससे संबंधित आयोग और उचित फोरम पर रखा जाएगा। टीम के सदस्यों ने मामले
में पीड़ित परिवार को पचास लाख मुआवजा और एक सदस्य को नौकरी की मांग की हैं। इस मौके पर पूर्व पर्यटन राज्य मंत्री सुरेश पासवान, पूर्व मंत्री शिवचंद्र राम पूर्व मंत्री, रामपुर विधायक राजेंद्र, नबीनगर विधायक विजय कुमार उर्फ डब्लू सिंह, विधायक सतीश कुमार,पूर्व विधायक श्रीमती समता देवी, राजद जिलाध्यक्ष अमरेंद्र कुमार कुशवाहा के साथ साथ पार्टी के अन्य वरिष्ठ नेता उपस्थित रहे।