औरंगाबाद।जिले के कुटुम्बा प्रखंड के बटाने और बतरे नदी में अचानक बाढ़ आ जाने से प्रभावित इलाके में सामान्य जनजीवन पर असर पड़ा है । बटाने नदी के जलस्तर में अचानक वृद्धि होने के कारण बिराज बिगहा गांव में नदी के किनारे बसे महादलित समुदाय के दर्जनों लोगों के घर डूब गए। पीड़ितों ने बताया कि जीविकोपार्जन के लिए रखे अनाज, पशु एवं अन्य घरेलू सामान पानी में बह गए। फिलहाल पीड़ितों ने गांव में शरण ली है।
नदी के बीच में फंसे दर्जनों लोग
घेउरा और धान नेवड़ा गांव के दर्जनों लोग अचानक बाढ़ आ जाने से बटाने नदी के बीच में फंस गए जिन्हें प्रशासन एवं स्थानीय लोगों की मदद से बाहर निकाल गया। नदी में फंसे लोगों ने बताया कि रविवार को वे लोग फसल देखने नदी के दूसरी तरफ गए हुए थे। वापस लौटने के क्रम में नदी के जलस्तर में तेजी से वृद्धि हुई जिसके कारण वे लोग नदी के बीच में फंस गए।
कुछ लोगों ने तैर कर नदी को पार करना चाहा परंतु पानी का बहाव इतना तेज था कि वे निकल नहीं पाये । स्थानीय लोगों द्वारा 112 नंबर पर कॉल कर घटना की सूचना दी गई। सूचना मिलते ही अंचल अधिकारी चंद्र प्रकाश एवं एवं रिसियप थानाध्यक्ष सुनील कुमार घटना स्थल पर पहुंचे। प्रशासन द्वारा एनडीआरएफ की टीम को मदद के लिए बुलाया गया।
एनडीआरफ की टीम को पहुंचने से पहले ही स्थानीय लोगों ने ट्यूब की मदद से लोगों को सुरक्षित नदी से बाहर निकाल लिया। नदी में फंसे लोगों में घेउरा गांव के शैलेंद्र पासवान, गोपाल पासवान, अजय पासवान, अवधेश पासवान, अनुज पासवान, नेउरा सूरजमल गांव के पवन राम तथा हरिहरगंज के विकास राम शामिल थे।