औरंगाबाद। दाउदनगर- प्रखंड के अरई निवासी एवं उत्क्रमित मध्य विद्यालय बल्हमा के शिक्षक रजनीश कुमार के साथ मारपीट की घटना घटी है. घटना गुरुवार के करीब साढ़े दस बजे की बताई जाती है.मारपीट की घटना में जख्मी शिक्षक रजनीश कुमार का इलाज स्थानीय पीएचसी में करने के बाद चिकित्सकों ने बेहतर इलाज के लिए बड़े चिकित्सालयों में बाहर रेफर कर दिया है।
सदर अस्पताल से इलाज के बाद परिजन उन्हे हायर सेंटर ले गए. शिक्षक श्री कुमार द्वारा इस संबंध में सात लोंगो के खिलाफ दाउदनगर थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई गई है, जिसमें राव मनीष व अभिषेक तिवारी नामक युवक के साथ-साथ चार अज्ञात पर मारपीट करने का आरोप लगाया गया है.।
दर्ज प्राथमिकी में उन्होंने कहा कि गुरुवार के लगभग 10:30 बजे विद्यालय से लौटने के क्रम में पास ही मंदिर के पास दो चार पहिया वाहन पर सवार छह लड़कों को उन्होंने देखा, जिनके द्वारा उनकी गाड़ी को रुकवाया गया. नाम पूछने के बाद उनके साथ मारपीट किया गया. चेहरे पर प्रहार किया जाने लगा. गमछे से गले को फंसा कर गला दबाकर जान मारने का प्रयास किया गया. साथ ही साथ गर्दन पर छुरा से भी प्रहार किया गया एवं गाड़ी में भी तोड़फोड़ की गई. इतना से भी जी नही भरा तो ऑंख पर प्रहार किया गया।
उन्होंने बताया कि दो लोंगो के अलावे अन्य लड़कों के भी वे चेहरे से पहचानते हैं. दर्ज प्राथमिकी में शिक्षक ने लोजपा( रामविलास )के नेता डॉ. प्रकाश चंद्रा पर साजिश करने का आरोप लगाते हुए कहा है कि आरोपित सारे लड़के डॉ. प्रकाश चंद्रा के साथ रहते हैं. दो दिन पहले लोजपा(आर) नेता के बाउंसर उनकी गाड़ी को पीट रहे थे।
इस मामले के बारे में उन्होंने फेसबुक पर पोस्ट किया था तथा औरंगाबाद एसपी को व्हाट्सएप पर भेजा था. वही इस संबंध में दाउदनगर थानाध्यक्ष फहीम आजाद खान ने बताया कि प्राथमिकी दर्ज कर घटना की छानबीन की जा रही है।
लोजपा नेता ने आरोप को बताया निराधार, कहा आरोप की हो निशा जांच कराने की मांग
शिक्षक द्वारा लोजपा(रामविलास )के प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ प्रकाश चंद्रा पर लगाए गए ने आरोपों के संदर्भ में पूछे जाने पर श्री चंद्रा ने बताया कि उनके ऊपर लगाए जा रहे जो भी आरोप है वह बिल्कुल ही गलत एवं निराधार है. उन्होंने शिक्षक रजनीश कुमार के साथ हुई मारपीट की घटना की निष्पक्ष जांच कराने की मांग सरकार व पुलिस प्रशासन से की है।
उन्होंने कहा कि इस घटना से उनका कोई लेना- देना नहीं है और यदि इसमें किसी के द्वारा उनकी संलिप्तता साबित कर दिया जाए तो वे सार्वजनिक तौर पर कोई भी दंड झेलने को तैयार हैं. उन्होंने बताया कि दो दिन पहले एक शादी समारोह में बिरई जाने के क्रम में रजनीश कुमार का कुछ लोगों से विवाद हुआ था।
एक राजनीतिक व्यक्ति होने के नाते उन्होंने मामले को सुलझाने के ख्याल से दोनों पक्षों को हटाया. फिर भी शिक्षक के द्वारा उनकी गाड़ी को अरई तक ओवरटेक किया गया और भद्दी भद्दी गाली भी दी गई. विवाद न बढ़े इसको लेकर उनके द्वारा अगले शादी कार्यक्रम में शिरकत नही किया और पूरी जानकारी उसी वक्त भाजपा के एक वरिष्ठ नेता के साथ साथ अन्य लोगों को भी दी गई और इस मामले को सुलझाने की कोशिश की जाने लगी।
लेकिन शिक्षक रजनीश कुमार द्वारा फेसबुक पर कई लोगों के खिलाफ कुछ आपत्तिजनक बातें लिखी गई. श्री चंद्रा ने कहा कि ऐसा भी हो सकता है कि इसी क्रम में उनका कुछ लोगों से विवाद हुआ हो और बात बढ़कर मारपीट की घटना घटी हो. लेकिन दुर्भाग्य है कि किसी के व्यक्तिगत लड़ाई को जातीय रूप दिया जा रहा है जो समाज हित में नही है. किसी भी स्थिति में सामाजिक माहौल खराब करने की कोशिश नहीं की जानी चाहिए।