मंडल कारा औरंगाबाद में गुरुवार को एक बंदी रंजीत कुमार सिंह की मौत के बाद जब शव को पोस्टमार्टम के लिए लाया गया और पोस्टमार्टम की प्रक्रिया की जाने लगी तभी मृतक बंदी के परिजन जेलर को देखते ही जेल प्रशासन की भूमिका संदिग्ध बताते हुए हंगामा करने लगे तथा सदर अस्पताल पहुंचे जेलर को घेर लिया
और उनकी गाड़ी के आगे खड़े होकर रंजीत सिंह की मौत को लेकर आरोप लगाया और उनके साथ धक्का मुक्की की स्थिति उत्पन्न हो गई। हंगामे की खबर सुनते ही नगर थानाध्यक्ष उपेंद्र कुमार सिंह,सर्किल इंस्पेक्टर मृत्युंजय कुमार उपाध्याय दल बल के साथ सदर अस्पताल पहुंचे और काफी मशक्कत के बाद जेलर को
आक्रोशितों के घेरे से छुड़ाया और रात्रि दस बजे उन्हें सुरक्षित मंडल कारा भेजा। गौरतलब है कि रंजीत कुमार जमीनी विवाद को लेकर हुए हत्या मामले में वर्ष 2018 से उम्र कैद की सजा काट रहे थे। लेकिन गुरुवार को उनकी मौत हो गई। परिजनों ने इसे जेल प्रशासन की लापरवाही बताकर हंगामा किया।