ओबरा प्रखंड के बेल ग्राम में महिलाओं से संवाद, सशक्तिकरण पर दिया जोर
औरंगाबाद जिले के ओबरा प्रखंड अंतर्गत बेल ग्राम में “महिला संवाद” कार्यक्रम का आयोजन जीविका के चन्द्रमा ग्राम संगठन के तत्वावधान में किया गया। कार्यक्रम में माननीय ग्रामीण विकास मंत्री, बिहार सरकार, श्री श्रवण कुमार की गरिमामयी उपस्थिति रही। इस अवसर पर जिलाधिकारी, औरंगाबाद, श्री श्रीकांत शास्त्री सहित जीविका से जुड़े वरिष्ठ पदाधिकारीगण एवं क्षेत्रीय प्रतिनिधि भी उपस्थित थे।
कार्यक्रम की शुरुआत जीविका समूहों से जुड़ी महिलाओं – श्रीमती रंजीती देवी, उषा देवी, चन्द्रावती कुमारी, निशा सिंह, रानी कुमारी आदि द्वारा अपने अनुभव साझा करते हुए की गई। महिलाओं ने बताया कि उन्होंने बिहार सरकार की विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं – जैसे कन्या उत्थान योजना, बालिका पोशाक योजना, साइकिल योजना, तथा शैक्षणिक प्रोत्साहन योजनाओं – का लाभ प्राप्त कर अपने जीवन में सकारात्मक परिवर्तन महसूस किया है।
इस अवसर पर जिलाधिकारी श्री श्रीकांत शास्त्री ने उपस्थित महिलाओं को संबोधित करते हुए बताया कि बिहार सरकार बालिकाओं के जन्म से लेकर उच्च शिक्षा एवं रोजगार तक विभिन्न चरणों में आर्थिक सहायता एवं प्रोत्साहन प्रदान कर रही है। उन्होंने बताया कि राज्य में बेटियों को जन्म के समय तथा सम्पूर्ण टीकाकरण उपरांत ₹2000 की सहायता राशि दी जाती है। इसके अतिरिक्त, विद्यालय जाने पर पोशाक एवं साइकिल योजना के तहत प्रोत्साहन राशि, तथा मैट्रिक, इंटर व स्नातक स्तर पर उत्तीर्ण होने पर छात्रवृत्ति की सुविधा भी राज्य सरकार उपलब्ध कराती है। साथ ही, सरकारी सेवाओं में महिलाओं को 35% आरक्षण भी दिया गया है।
माननीय ग्रामीण विकास मंत्री श्री श्रवण कुमार ने अपने संबोधन में कहा कि बिहार राज्य में 10,63,000 से अधिक जीविका स्वयं सहायता समूह सक्रिय हैं, जिनके माध्यम से 1 करोड़ 35 लाख से अधिक परिवार आजीविका से जुड़कर आर्थिक एवं सामाजिक रूप से सशक्त हो रहे हैं। उन्होंने बताया कि देश के किसी अन्य राज्य में इतनी बड़ी संख्या में महिला समूहों का गठन नहीं हुआ है, जो अपने आप में बिहार के लिए गौरव का विषय है।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार महिलाओं को पंचायत, नगर निकाय, पुलिस, शिक्षा तथा अन्य क्षेत्रों में आरक्षण देकर उनकी भागीदारी सुनिश्चित कर रही है। इसके परिणामस्वरूप महिलाओं की राजनीतिक एवं प्रशासनिक सहभागिता में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। ग्रामीण विकास मंत्री ने यह भी बताया कि राज्य सरकार द्वारा दो नए निर्णय लिए गए हैं:
1. जीविका निधि कोऑपरेटिव बैंक की स्थापना।
2. सभी प्रखंड कार्यालयों की सफाई व्यवस्था जीविका समूहों को सौंपना।
आगामी योजनाओं के अंतर्गत जल-जीवन-हरियाली अभियान के तहत पोखरों में मत्स्य पालन, प्रखंड कार्यालयों में कैंटीन संचालन सहित अन्य कार्यों को भी जीविका समूहों को दिये जाने की योजना है।
शहरी क्षेत्रों में भी जीविका के माध्यम से गरीब एवं वंचित परिवारों को संगठित कर उनके उत्थान हेतु प्रयास किए जा रहे हैं। मंत्री महोदय ने जीविका द्वारा किए जा रहे कार्यों की प्रशंसा करते हुए कहा कि राज्य के विकास में महिलाओं की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है। उनका सशक्त होना राज्य की समग्र प्रगति के लिए आवश्यक है।
कार्यक्रम में जिला परियोजना प्रबंधक, जीविका – श्री पवन कुमार, प्रबंधक संचार – मो. अनवर हुसैन, प्रबंधक संस्था निर्माण एवं क्षमता वर्धन – श्री रणंजय कुमार, प्रखंड परियोजना प्रबंधक, ओबरा – श्रीमती सविता कुमारी, क्षेत्रीय समन्वयक – श्री अरुण कुमार एवं श्रीमती बिमल कुमारी, सामुदायिक समन्वयक – श्री भरत कुमार एवं श्रीमती अवंती कुमारी की सक्रिय भागीदारी रही।
कार्यक्रम सफलतापूर्वक संपन्न हुआ और उपस्थित जनसमूह ने सरकार की योजनाओं एवं प्रयासों की सराहना की।