औरंगाबाद जिले के ओबरा थाना क्षेत्र के घोड़दौड गांव में गुरुवार की रात जमीनी विवाद में दो पक्षों के बीच हुई हिंसक झड़प में चले लाठी डंडे एवं लोहे की रड से घायल हुए दो लोगों की मौत हो गई है। एक पक्ष से मृत हुए युवक की पहचान बिंदेश्वरी सिंह के 28 वर्षीय पुत्र राजू सिंह एवं रमता सिंह के 45 वर्षीय पुत्र पप्पू सिंह शामिल हैं। वहीं इस हिंसक झड़प में बिंदेश्वरी सिंह घायल हैं।
जिन्हे प्राथमिक उपचार के बाद बेहतर इलाज के लिए मगध मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल गया रेफर किया गया है। घटना के सूचना मिलते ही ओबरा थानाध्यक्ष धनंजय कुमार तुरंत ही पुलिसकर्मियों के साथ घटनास्थल पहुंचे और गंभीर रूप से घायल हुए राजू सिंह एवं पप्पू सिंह को इलाज के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ओबरा लाया। मगर उसकी स्थिति को गंभीर देखते हुए प्राथमिक इलाज के बाद औरंगाबाद रेफर कर दिया। मगर सदर अस्पताल जाने के क्रम में रास्ते में ही उसकी मौत हो गई। वहीं पप्पू सिंह को घायल अवस्था में नारायण मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल जमुहार ले जाया गया।
मगर यह से भी उसे स्थिति को गंभीर देखते हुए से बनारस के ट्रामा सेंटर रेफर कर दिया गया। जहां इलाज के क्रम में शुक्रवार की सुबह उसकी मौत हो गई है। मारपीट की घटना के बाद त्वरित कार्रवाई करते हुए पुलिस ने दो व्यक्ति रमता सिंह एवं अनिल सिंह को हिरासत में ले लिया हैं। प्राप्त जानकारी के अनुसार चार कट्ठा जमीन को लेकर दोनों पाटीदारों के बीच पूर्व से ही विवाद चल रहा था। दोनों पक्ष उक्त जमीन पर धान की कटनी के बाद खलिहान लगाना चाहते थे। लेकिन किसी भी पक्ष के बीच सहमति नहीं बन सकी।
दोनों उक्त जमीन पर अपना हक जताते हुए गुरुवार की देर रात्रि में दोनों पक्ष आपस में भिड़ गए और मामला हिंसक झड़प में तब्दील हो गया। इस दौरान दोनों पक्ष ने एक दूसरे पर जमकर लाठी डंडे से प्रहार किया। जिससे दोनों पक्ष से एक एक की मौत हो गई। दोनों पक्षों के द्वारा मारपीट की घटना घटी थी। प्राप्त जानकारी के अनुसार गुरुवार को रात्रि दोनों पक्षों के बिच चार कट्ठा जमीन पर खलिहान लगाने को लेकर बात विवाद हो गया और वाद विवाद बढ़ते ही दोनों पक्षों में जमकर लाठी डंडे एवं लोहे का राॅड का प्रयोग किया।
इस मारपीट की घटना में गंभीर रूप से घायल हुए दोनों पक्ष से एक एक की जान चली गई। परिजनों ने बताया कि गांव के ही मनोज सिंह का एक जमीन था जिस पर दोनों पक्षों के द्वारा कब्जे को लेकर लड़ाई चलती रहती थी। रमता सिंह के द्वारा कहा जाता था कि उक्त जमीन पर हमने पैसा दिया है। वहीं बिंदेश्वरी सिंह के द्वारा कहा जाता था कि इस जमीन पर हमने पैसा दिया है।
दोनों अपने अपने कब्जे को लेकर विवाद करते थे।इसी को लेकर गुरुवार को बिंदेश्वरी सिंह के द्वारा खलिहाल छिलने को लेकर बात कही और उसी में दोनों पक्षों में बात बड़ गई है जिसमें यह घटना घटी है।वहीं घटना के बाद पूरे गांव में सन्नाटा का माहौल है। उधर सूचना मिलते ही शुक्रवार को दाउदनगर एसडीपीओ कुमार ऋषिराज ने मौके पर पहुंचकर घटना का जांच की। एसडीपीओ ने बताया है कि दोनों पक्षों में जमीनी विवाद के मामले पूर्व से उत्पन्न थे।
इसी में इस घटना को अंजाम दिया गया है। एसडीपीओ ने आगे बताया कि इस मामले में दो व्यक्तियों की गिरफ्तारी हुई है। परंतु एक व्यक्ति रमता सिंह को जेल भेजा जा रहा है वही एक व्यक्ति अनिल सिंह को घटना के संबंध में पूछताछ जारी है इस उन्होंने बताया कि वैज्ञानिक अनुसंधान तथा एसआईटी गठन कर अभियुक्त की गिरफ्तारी करने की छापामारी चल रही है।
इस संबंध में प्रभारी थानाध्यक्ष धनंजय कुमार ने बताया कि एक आवेदन मृतक राजु सिंह के भाभी राखी देवी के बयान पर 10 लोगों को नामजद अभियुक्त बनाया गया है। आवेदन में गाय बांधने को लेकर के विवाद होने की बात कहीं गई है। जबकि जांच के दौरान चार कट्टे की जमीन पर विवाद की बात सामने आई है। वहीं दूसरे पक्ष से अभी तक कोई आवेदन प्राप्त नहीं हुआ है। घटना के बाद दोनों परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है। पूरे गांव में मातम का माहौल है।