भारतीय जनता पार्टी के पूर्व जिलाध्यक्ष रामानुज पाण्डेय ने आज संसद भवन परिसर में कांग्रेस नेता राहुल गांधी द्वारा किए गए हिंसक व्यवहार को अनुचित बताते हुए कहा है कि कांग्रेस ने तो ऐसे देश के अंदर अनेक काले अध्याय अपने कुकृतियों से लिखने का काम किया है।
लेकिन आज का उनका यह हिंसक बर्ताव देश के लोकतंत्र पर बहुत बड़ा धब्बा है कांग्रेस पार्टी ने इस देश के अंदर आतंकवाद को प्रश्रय दिया इस देश के अंदर राजनीति में अपराधियों को प्रश्रय दिया
और आज कांग्रेस के बड़े नेता स्वयं अपराधी प्रवृत्ति की घटनाओं को अंजाम देने में लगे हैं संविधान पैकेट में लेकर घूमने वाले राहुल गांधी ने आज देश के अंदर साबित कर दिया कि सचमुच में देश का कानून और संविधान उनके लिए पॉकेट में ही है
और वह जब चाहे जहां चाहे गुंडागर्दी कर सकते हैं देश के सामने वे दलितों के बारे में बड़ी-बड़ी बातें बोलते हैं लेकिन देश के एक दलित सांसद के ऊपर हमला करते हैं।
जो कि शर्मनाक और अक्षम्य है।
उनका सर फोड़ते हैं यह दृश्य आज पूरे देश और दुनिया ने देखा है यह झूठ बोलते हैं कि कांग्रेस पार्टी देश के दलित पीड़ित और पिछड़े लोगों को अधिकार और सम्मान देने चाहती है
जबकि 60 वर्षों तक सत्ता में रहने के बाद वह उनके लिए कुछ नहीं कर पाए भारतीय जनता पार्टी और एनडीए की सरकार ने जहां अति पिछड़ा को प्रधानमंत्री और दलित को राष्ट्रपति बनने का कार्य किया डॉक्टर अंबेडकर के बने हुए संविधान के अनुसार सबको न्याय देने का काम कर रही है अधिकार देने का काम कर रही है तो इन्हें पच नहीं रहा है।
कांग्रेस आज केंद्र से लेकर राज्यों तक सत्ता खो देने के बाद बौखलाहट में बेचैन हो चुकी है और इस बेचैनी में कांग्रेस के युवराज को लगता है कि अब सिंहासन मिलना मुश्किल है तो उन्हें लगता है कि पागलपन का दौरा पड़ने लगा है और इसी पागलपन में उन्होंने आज संसद के अंदर जो किया है अक्षम्य अपराध है।
अच्छा किया था जो उनकी सदस्यता समाप्त कर दी गई थी इनकी सदस्यता न सिर्फ समाप्त की जाने की जरूरत है बल्कि आजीवन राजनीति करने पर प्रतिबंधित करने की जरूरत है।
यदि ऐसी हिंसक प्रवृत्ति के लोग लोकतंत्र में रहेंगे तो इससे भारत का लोकतंत्र और भी कमजोर होता जाएगा देश को बुद्धिजीवियों की जरूरत है जो भारत को सबको साथ लेकर सबका सम्मान करते हुए लोकतांत्रिक मूल्यों पर आगे बढ़ते हुए देश को आगे ले जाए।
इनकी आज की उदंड घटना की जितनी भी निंदा की जाए वह कम है कांग्रेस के पास तो अब यह नैतिकता बची ही नहीं है कि वह इस घटना के लिए माफी मांग सके इसलिए अब देश की जनता को तय करने की जरूरत है कि देश से कांग्रेस का अस्तित्व ही समाप्त किया जाए।