औरंगाबाद शहर के नगर थाना परिसर स्थित साइबर थाने में पदस्थापित साइबर डीएसपी सह ट्रैफिक डीएसपी मनोज कुमार द्वारा रविवार की रात 11 बजकर 29 मिनट पर जानकारी दी गई कि विगत कुछ महीनो से औरंगाबाद साइबर थाना के द्वारा प्रतिबिंब पोर्टल पर कुछ चुनिंदा साइबर ठगी से संबंधित मोबाइल नंबरों पर निगरानी की जांच की जा रही थी।
इसी क्रम में रविवार को टेक्निकल सर्विलांस के माध्यम से एक संदिग्ध नंबर का लोकेशन दाउदनगर पाया गया। इस मामले में औरंगाबाद पुलिस द्वारा त्वरित कार्रवाई करते हुए उक्त संदिग्ध नंबर को ट्रैक किया गया और उक्त लोकेशन पर पहुंचकर दो संदिग्ध व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया।
उ गिरफ्तार दोनों अभियुक्तों ने पूछताछ के क्रम में अपना-अपना अपराध स्वीकार किया एवं अपने स्वीकारोक्ति बयान में बताया कि उन लोगों के द्वारा लोन देने के नाम पर ऑनलाइन ठगी किया जाता था। गिरफ्तार अभियुक्तों ने बताया कि वे टाटा कैपिटल एवं धनी फाइनेंस के एम्पलाई बनकर कर्नाटक राज्य का फर्जी तरीके से मोबाइल नंबर प्राप्त कर यहां के लोगों को 2% के इंटरेस्ट पर लोन देने का झांसा देते थे तथा ग्राहकों से प्रोसेसिंग फी के नाम पर
ऑनलाइन पेमेंट अपने फर्जी अकाउंट में लेकर ग्राहकों का मोबाइल नंबर ब्लॉक कर देते थे। इसी तरह ये दोनों शातिर अपराधी साइबर ठगी किया करते थे। यह संबंध में साइबर थाना कांड संख्या 10/ 25 दिनांक 12/01/2025 के अंतर्गत सुसंगत धाराओं में प्राथमिकी दर्ज की गई। गिरफ्तार दोनों अभियुक्तों को न्यायिक हिरासत में भेजा
गया। गिरफ्तार अभियुक्त की पहचान जहानाबाद जिले के ओधरी थाना क्षेत्र के अरहित दौलतपुर गांव निवासी अवधेश प्रसाद के पुत्र सुनील कुमार तथा भोजपुर जिले के बड़हरा थाना क्षेत्र के राम शहर गांव निवासी संजय प्रसाद के पुत्र अभिषेक कुमार के रूप में की गई है। पुलिस ने उनके पास से साइबर ठगी में प्रयुक्त पांच मोबाइल बरामद किया है।