शहर के दानी बिगहा स्थित पार्क में पूर्व मुख्यमंत्री स्व. सत्येंद्र नारायण सिंह की आदमकद प्रतिमा का हुआ अनावरण

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औरंगाबाद।शहर के दानी बिगहा पार्क स्थित पूर्व मुख्यमंत्री स्व. सतेंद्र नारायण सिन्हा के आदमकद प्रतिमा का अनावरण बुधवार को बिहार सरकार के नगर विकास एवं आवास मंत्री नितिन नवीन, श्रम संसाधन मंत्री संतोष सिंह, ज़िले के प्रभारी मंत्री संतोष कुमार सुमन, पुर्व राज्यपाल निखिल कुमार एवं पुर्व सांसद सुशील कुमार सिंह ने संयुक्त रूप से किया। प्रतिमा अनावरण समारोह के दौरान विधान पार्षद सदस्य दिलीप कुमार सिंह, सदर विधायक आनंद शंकर सिंह, पुर्व विधायक अशोक सिंह सहित कई अन्य गणमान्य व्यक्ति, सामाजिक एवं राजनीतिक कार्यकर्ता मौजूद रहे।

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अनावरण कार्यक्रम से पूर्व हवन पूजा का आयोजन किया गया जिसमें अतिथियों ने पूजा अर्चना की। तत्पश्चात ब्लॉक मोड़ स्थित सम्राट अशोक भवन के सभगार में आगत अतिथियों का भव्य स्वागत किया गया। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता नगर परिषद अध्यक्ष उदय गुप्ता एवं संचालन अनुग्रह मध्य विद्यालय के प्रधानाध्यापक उदय कुमार सिंह ने किया। इस पूरे कार्यक्रम में रेड क्रॉस के चेयर मैन सतीश कुमार सिंह ने अपनी महती भूमिका निभाई।

समारोह को संबोधित करते हुए नगर विकास एवं आवास मंत्री नितिन नवीन ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री स्व. सतेंद्र नारायण सिन्हा के जीवन को मैं देखता हूं तो कई विशेषताएं नजर आती हैं। वे अपने व्यक्तित्व के कारण सर्वमान्य नेता बने थे। वे राजनीति के चाणक्य के तौर पर भी जाने जाते थे। उन्होंने प्रदेश में मेहनत और गरीब कल्याण के लिए कई नीतियां बनाईं। उनका कार्यकाल बेहद ही सराहनीय और गरिमापूर्ण रहा।

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मंत्री ने कहा कि स्वतंत्रता संग्राम में अहम भूमिका निभाने वाले सत्येन्द्र नारायण सिन्हा 1952 से 1961 तक सांसद रहे और औरंगाबाद लोकसभा का प्रतिनिधित्व किया था। उन्हें छोटे साहब के उपनाम से जाना जाता था। सत्येन्द्र नारायण सिन्हा 1961 में बिहार के शिक्षा मंत्री, कृषि और स्थानीय प्रशासन मंत्री बने जो उप मुख्यमंत्री के हैसियत में थे। उनके ही शिक्षा मंत्री रहते हुए मगध विश्वविद्यालय की स्थापना हुई।

वही श्रम संसाधन मंत्री संतोष सिंह ने कहा कि बिहार के विकास और निर्माण में पूर्व मुख्यमंत्री स्व. सतेंद्र नारायण सिन्हा जी का अतुलनीय योगदान रहा है। उन्होंने कई कल्याण और विकास के श्रेष्ठतम कार्य किए। उनके योगदान को हम सब नमन करते हैं। औरंगाबाद संसदीय क्षेत्र के सांसद के रूप में उन्होंने 1972 में महत्वपूर्ण उत्तरी कोयल परियोजना नहर का शिलान्यास किया था।

उन्होंने कहा कि सत्येंद्र नारायण सिन्हा की पत्नी किशोरी सिन्हा वैशाली की पहली महिला सांसद थी तथा 1980 में जनता पार्टी व 1984 में कांग्रेस पार्टी से सांसद बनी थी। अस्सी व नब्बे के दशक में किशोरी सिन्हा ने महिला सशक्तिकरण की मिशाल पेश की थी।

पुर्व सांसद सुशील कुमार सिंह ने कहा कि राजनीति में राजनैतिक मतभेदों के बावजूद मन भेदों से दूर रहने की परम्परा रही है। मुख्यमंत्री पदों पर पहुंच कर लोग किसी पार्टी विशेष के नहीं बल्कि पूरे प्रदेश के हो जाते हैं। स्व. सतेंद्र नारायण सिन्हा ने मुख्यमंत्री रहते हुए निष्पक्षता के साथ शासन चलाया और ईमानदार शासक की मिसाल पेश की। शासन की व्यवस्था में पारदर्शिता लाने की दिशा में उन्होंने कई कार्य किया। उन्हें शब्दों में बयां करना असंभव है।

केरल के पूर्व राज्यपाल ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री ने हमेशा आदर्श की राजनीति की। समाज के लिए उनके योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता। राजनीति से हटकर प्रदेश की प्रगति और विकास में उन्होंने अपनी अहम भूमिका का निर्वाह किया है।

इस अवसर पर कोऑपरेटिव अध्यक्ष संतोष कुमार सिंह, नगर परिषद उपाध्यक्ष मोहम्मद अहसान, पूर्व जिला पर्षद अध्यक्ष पंकज पासवान, कांग्रेस नेता अरविंद सिंह, र्ड पार्षद धर्मेंद्र यादव, छोटू चौधरी, खुर्शीद अहमद, कांग्रेस नेता राशिद अली खान, राघवेंद्र नारायण सिंह, वार्ड पार्षद अशोक सिंह, मरगूब आलम, देवनगर पंचायत अध्यक्ष एवं उपाध्यक्ष गोलू कुमार, भाजपा जिलाअध्यक्ष मुकेश शर्मा, अनिता सिंह, मंजरी सिंह सहित कई अन्य मौजूद रहे।

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