समाहरणालय के सभाकक्ष में डीएम ने प्रेसवार्ता कर चार विभागों के योजनाओं के क्रियान्वयन की दी जानकारी

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समाहरणालय के सभाकक्ष में जिलाधिकारी श्रीकांत शास्त्री के द्वारा गुरुवार के अपराह्न 2:30 बजे एक प्रेसवार्ता आयोजित की गई। इस प्रेसवार्ता में जिलाधिकारी ने आईसीडीएस, कृषि, अल्पसंख्यक कल्याण योजना, मुख्यमंत्री विद्यार्थी प्रोत्साहन योजना के तहत जिले में हुए कार्यों की जानकारी दी।

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आईसीडीएस योजना के तहत जिलाधिकारी ने आंगनबाड़ी केंद्र भवन निर्माण, स्कूल पूर्व शिक्षा, पूरक पोषण वितरण, वृद्ध निगरानी दिवस, राष्ट्रीय पोषण मिशन, प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना, मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना की विस्तृत जानकारी दी। वही कृषि विभाग की योजना की जानकारी देते हुए रवि अच्छादन, रवि बीज वितरण, प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना,

कृषि यंत्रीकरण योजना, स्ट्रॉबेरी की खेती, क्लस्टर में बागवानी, शेडनेट हाउस, प्याज भंडार, प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना, झोपड़ी में मशरूम में मशरूम की उत्पादन योजना, सब्जी विकास योजना आदि की चर्चा की। डीएम ने मुख्यमंत्री विद्यार्थी प्रोत्साहन योजना के तहत जानकारी दी की इस योजना के तहत इंटरमीडिएट में प्रथम श्रेणी से उत्तीर्ण 622 मुस्लिम छात्राओं को 15000 रुपए की दर से 99,30,000 रुपए प्रदान किए गए हैं।

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अल्पसंख्यक विद्यार्थी प्रोत्साहन योजना के तहत उन्होंने बताया कि फोकानिया में प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण मुस्लिम 59 छात्र एवं छात्र को ₹10000 की दर से कुल 5,90,000 की राशि से लाभान्वित किया गया है। वही मौलवी में प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण 56 मुस्लिम छात्र-छात्राओं को ₹15000 की दर से 8,40,000 से लाभान्वित

किया गया है। इस दौरान जिलाधिकारी ने मुस्लिम महिला परित्यता तलाकशुदा योजना, अल्पसंख्यक छात्रावास योजना, अल्पसंख्यक छात्रावास अनुदान योजना, अल्पसंख्यक छात्रावास खाद्यान्न योजना, बिहार राज्य वक्फ विकास योजना, अल्पसंख्यक बालिका छात्रावास योजना के बारे में भी विस्तार पूर्वक बताया। इसके अलावा जिला पदाधिकारी के द्वारा राज्य सरकार के द्वारा विभिन्न प्रकार के संचालित योजनाओं को मीडिया के समक्ष साझा किया क्लस्टर में बागवानी :- ग्राम पंचायत-दघपा, प्रखण्ड-कुटुम्बा के द्वारा समुह में कुल

(सात) किसान मिलकर नक्सल प्रभावित इलाका प्रखण्ड-देव, पंचायत-दुलारे, ग्राम-दुर्गी में 50 एकड़ बंजर भूमि लीज पर लेकर कलस्टर में 25 एकड़ निवू एवं 25 एकड़ अमरूद की वागवानी के खेती किया जा रहा है। जिसमें उद्यान विभाग से ड्रिप सिंचाई पद्धति योजना का लाभा एवं विभागीय नियमानुकूल 1.00 लाख प्रति एकड़ सहायतानुदान की दर से प्रथम किस्त 65 प्रतिशत वर्ष 2024-25 में कुल मो० 32,03,300.00 (बत्तीस लाख तीन हजार तीन सौ) रु० मात्र भुगतान किया गया है शेष 35 प्रतिशत की राशि 17.50,000.00 (सत्रह लाख पचास हजार) रू० वर्ष 2025-26 में

भुगतान किया जाएगा।

स्ट्राबेरी की खेती :- राष्ट्रीय बागवानी मिशन योजना अन्तर्गत कुल 27 कृषकों को 11,83,200 को 40 प्रतिशत अनुदान पौध वितरण किया गया।

शेडनेट हाउस :- राष्ट्रीय बागवानी मिशन योजना अन्तर्गत वित्तीय वर्ष 2024-25 में 02 किसानों के बीच 4000 वर्गमीटर का शेडनेट हाउस योजना का लाभ दिया गया है। जिसमें 22.50,000.00 (बाईस लाख पचास हजार) रू० अनुदान भुगतान किया गया एवं शेष कार्य प्रगति पर है।

प्याज भण्डारण इकाई :- राष्ट्रीय कृषि विकास योजना के तत् प्याज की खेती करने बाले किसानों के लिए वित्तीय वर्ष 2024-25 में कुल 08 कृषकों के द्वारा 50 एम. टी. क्षमता का प्याज भण्डारण इकाई का निर्माण किया जा रहा है। जिसमें प्रति इकाई 4,50,000.00 (चार लाख पचास हजार) रू० अनुदान है। जिसमें 02 किसानों को 9,00,000.00 (नौ लाख) रू० अनुदान दिया गया है एवं शेष कार्य प्रगति पर है।

प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना अन्तर्गत 80 प्रतिशत अनुदान पर कुल 110 किसानों को 346.30 एकड़ में ड्रिप/मिनी स्प्रिंकरल पद्धति से सिंचाई से लाभान्वित किया गया है।

झोपड़ी में मशरूम एवं मशरूम कीट: राष्ट्रीय कृषि विकास योजना के अन्तर्गत् 20

कृषकों को झोपड़ी में मशरूम उत्पादन हेतु झोपड़ी का निर्माण किया गया। जिससे संबंधित कृषक स्वरोजगार अपना कर अच्छा मुनाफा कमा रहे है। बेराजगार एवं मशरूम प्रशिक्षित कुल 208 किसानों के बीच 19530 मशरूम कीट का वितरण कार कृषकों को लाभान्वित किया गया है। जिससे कृषक स्वरोजगार अपन कर अच्छा मुनाफा कमा रहे है।

सब्जी विकास योजना:- सब्जी विकास योजना अन्तर्गत वित्तीय वर्ष 2024-25 में रबी मौसम में विदेशी प्रभेद के ब्रोकली-17500, शिमला मिर्च-10000, टमाटर-16618, बंदा गोमी-7000 एवं फुल गोभी-2000 कुल 53118 पौधा को 75 प्रतिशत अनुदानित दर पर वितरण किया गया है।

1- आंगनबाडी केन्द्र भवन निर्माण

जिला अंतर्गत 2751 स्वीकृत आंगनवाड़ी केंद्र में 883 आंगनवाड़ी केंद्र अपना भवन में संवालित है। जिसमे विभिन्न योजनाओं से कुल 700 आंगनवाड़ी की पी के रूप में जीर्णोधार का कार्य किया जा रहा है। आकांक्षी जिला योजना अन्तर्गत कुल 140 आआंगनबाडी केन्द्रों को मॉडल आंगनबाडी केन्द्र के रूप में विकसित किया जा रहा है एवं साथ ही 65 आंगनबाडी केन्द्र मॉडल आंगनबाडी केन्द्र हेतु प्रस्ताव दिया गया है।

2. आंगनवाड़ी केंद्र पर पेयजल, शौचालय एवं विद्युत सुविधा की स्थिति

जिला अंतर्गत 2751 स्वीकृत आंगनवाड़ी केंद्र में 2538 आंगनवाड़ी केंद्र संचालित है। जिसमें 2326 आंगनवाड़ी केंद्र पर पेयजल की सुविधा, 1919 आंगनवाड़ी केंद्र पर शौचालय की सुविधा एवं 2353 आंगनवाड़ी केंद्र विद्युत् सहित है।

3. स्कूल पूर्व शिक्षा

प्रत्येक आँगनबाडी केन्द्र पर 03 से 06 वर्ष के बच्चों को शाला पूर्व शिक्षा दिया जाता है जिसके तहत् केन्द्रों पर बच्चों को इस प्रकार तैयार किया जाता है कि जब यो स्कूल जायें तो यो मानसिक, शारीरिक एवं बौद्धिक रूप से तैयार हो। वर्तमान में केन्द्र संचालन का समय 09:30 पूर्वा० से 01:30 अप० है।

4. पूरक पोषाहार का वितरण

आंगनबाडी केन्द्रों पर पंजीकृत 3-6 वर्ष के सभी बच्चों को विभाग द्वारा निर्धारित मेनू के अनुसार गर्म पका भोजन दिया जाता है। साथ ही गर्भवती/धात्री माताओं, कुपोषित एवं अतिकुपोषित बच्चों को सूखा राशन प्रत्येक माह की 15वीं तारीख को दी जाती है। विशेष स्थिति में जिला प्रोग्राम पदाधिकारी के अनुमाति के उपरान्त 22वीं तारीख एवं जिला पदाधिकारी के आदेशानुसार माह के अंत में टेक होम राशन (THR) का वितरण किया जाता है।

5. वृद्धि निगरानी दिवस

आंगनबाडी केन्द्र पर पंजीकृत 0-6 के सभी बच्चों को माह के प्रथम सप्ताह तक सेविका द्वारा वजन एवं लम्बाई का मापन कर वृद्धि निगरानी पंजी में दर्ज करने के पश्चात् पोषण ट्रेकर ऐप पर अपलोड की जाती है। गत माह में पोषण ट्रैकर के डाटा के अनुसार जिला अंतर्गत कुल पंजीकृत 156257 बच्चों में 136930 (87.63) प्रतिशत बच्चो की वृद्धि निगरानी की गयी थी। जिसमें 12. 28 अल्प्वाजन वजन के बच्चें, 6. 83 प्रतिशत SAM बच्चे एवं 7.26 MAM बच्चे पाए गये।

6. राष्ट्रीय पोषण मिशन

राष्ट्रीय पोषण मिशन के अन्तर्गत सभी आंगनबाडी केन्द्रों पर प्रत्येक माह के 7वीं तारिख को गोदभराई एवं 19वीं तारिख को अन्नप्रासन दिवस के रूप में मनाया जाता है। सभी आंगनबाडी सेविका विभाग द्वारा उपलब्ध कराये गये स्मार्ट फोन के द्वारा च्वीद ज्तंबामत Application उपयोग करते हुए, केन्द्र पर होने वाले सभी गतिविधियों को अपलोड करती है। वर्तमान में कुल 2538 सेविकाओं द्वारा स्मार्ट फोन के माध्यम से Poshan Tracker Application पर केन्द्र पर होने वाले सभी गतिविधियां कराते हुए अपलोड किया जा रहा है।

7. प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजनाः-

प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना वर्ष 2017 से लागू है। इस योजना में प्रथम गर्भवती/धात्री महिला को दो किस्त में (प्रथम किस्त- 3000, द्वितीय किस्त- 2000) में कुल 5000/- राशि दी जाती है एवं द्वितीय गर्भावस्था के बाद कन्या शिशु के जन्म के बाद एक किस्त में 6000/- की राशि डी०बी०टी के माध्यम से सीधे लाभार्थी के आधार लिंक खाते में दी जाती है। योजना का मुख्य उद्देश्य गर्भावस्था का पंजीकरण, ANC जाँच को बढ़ावा देना प्रतिरक्षण को बढ़ावा देन इत्यादि के साथ महिला के स्वास्थ्य में सुधार के साथ-साथ गर्भावस्था के दौरान आर्थिक क्षतिपूर्ति पूर्ण करने के लिए। वित्तीय वर्ष 2024-25 में अब तक 10695 लाभार्थियों को पंजीकृत किया गया है।

 

8. मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना

 

यह योजना 2018 से लागू हैइस योजना के तहत् एक परिवार के प्रथम दो कन्या शिशु के जन्म पर 2000 का लाभ, एक वर्ष पूर्ण होने के बाद आधार पंजीकरण के उपरान्त 1000 रूपये DBT के माध्यम से लाभार्थी के खाता में कुल 3000 रूपये हस्तांतरित किया जाता हैयोजना का मुख्य उद्देश्य गर्भावस्था का पंजीकरण, ANC जाँच को बढ़ावा देना प्रतिरक्षण को बढ़ावा देन इत्यादि के साथ महिला के स्वास्थ्य में सुधार के साथ-साथ जन्में शिशु का पंजीकरण के लिए। औरंगाबाद जिलान्तर्गत वितीय वर्ष 2024-25 में कुल 8546 लाभार्थियों को पंजीकृत किया गया है

 

 

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