रक्तसेवक समाजसेवी बमेंद्र लगातार पांच वर्षों से समाज सेवा में है सक्रिय
औरंगाबाद।वर्ष 2011 के सामाजिक आर्थिक एवं जातिगत सर्वेक्षण में गरीबी रेखा से नीचे बसर करने वाले बुजुर्गों का नाम हो या ना हो,राशन कार्डधारी हों या नहीं फिर भी भारत सरकार द्वारा 70 वर्ष के ऊपर के बुजुर्गों के लिए आयुष्मान भारत योजना के लाभुक सूची में शामिल किया है और उन्हें लाभ दिया जा रहा है। सामान्यतः वृद्धजनों को इलाज की विशेष आवश्यकता होती है जिसे लोग
अनदेखा करते हैं।इसलिए 70 वर्ष से ऊपर के बुजुर्गों को जन आरोग्य योजना आयुष्मान भारत के तहत स्वास्थ्य बीमा का लाभ दिया जा रहा है।आयुष्मान कार्ड बनाने के लिए उन्हें सिर्फ आधार कार्ड की आवश्यकता है। आयुष्मान भारत योजना का सभी लाभुक लाभ ले सके इसके लिए औरंगाबाद के रक्तसेवक समाजसेवी बमेंद्र कुमार सिंह पिछले पांच वर्षों से प्रयासरत हैं एवं ग्रामीण क्षेत्र के
लोगों को योजना के प्रति निरंतर जागरूक कर रहे हैं। मंगलवार को जन आरोग्य योजना ,आयुष्मान भारत के प्रति सामाजिक कार्यकर्ता रक्तसेवक बमेंद्र कुमार सिंह ने औरंगाबाद सदर प्रखण्ड के मंजूरखा गांव में 70 वर्ष से ऊपर के वृद्धजनों महिला एवं पुरुषों को न सिर्फ जागरूक किया बल्कि उनका आयुष्मान कार्ड बनवाने आवश्यकता की बात कही। बमेंद्र ने इस योजना के प्रति लाभुक ग्रामीणों को
जागरूक किया एवं जिनका आयुष्मान कार्ड नहीं बना है अबतक उन्हें कार्ड बनवाने के लिए प्रेरित किया।कहा पहले 2011 के सामाजिक,आर्थिक एवं जातिगत सर्वेक्षण के आधार पर गरीबी रेखा से नीचे बसर करने वाले लोग ही इस योजना के लाभुक थे परन्तु अब सभी राशन कार्ड धारी लाभार्थी पात्रता सूचि में शामिल हो गए हैं।इस योजना के तहत प्रति परिवार प्रति वर्ष पांच लाख रुपए स्वास्थ्य बीमा का प्रावधान है जिनका इलाज एवं सर्जरी सूचीबद्ध अस्पतालों
में निःशुल्क किया जाता है। बमेंद्र ने बताया की औरंगाबाद को आयुष्मान बनाने का मेरा प्रयास है और लगातार इस दिशा में सेवा दिया जा रहा है।उन्होंने बताया कि औरंगाबाद जिला में आयुष्मान भारत योजना अंतर्गत लगभग बीस लाख लाभुक लोग हैं।मेरा प्रयास शत प्रतिशत लाभुकों का आयुष्मान कार्ड बनवाकर उन्हें लाभ दिलवाने का है।इसके लिए जागरूकता अभियान शुरू है।