11 जोड़ों की विवाह को लेकर दीवान बाग़ में बैठक संपन्न
देव (औरंगाबाद)।सूर्य जयंती को सूर्य सप्तमी, रथ सप्तमी, माघ सप्तमी और अचला सप्तमी भी कहा जाता है. हिंदू धर्म में यह तिथि भगवान सूर्य को समर्पित है।यह सूर्य देव के जन्म के रूप में भी मनाई जाती है इसलिए इसे सूर्य जयंती कहते हैं।लेकिन हमारे सौर तीर्थ स्थल देव में भगवान भास्कर की प्राचीन मंदिर अवस्थित रहने के कारण यहाँ के श्रद्धांलुओं माघ महीने में शुक्ल पक्ष के सप्तमी के दिन सूर्य जन्मोत्सव के रूप बड़ी धूमधाम से मानते है।
इस मौक़े पर भक्तगण नमक का त्याग कर अपनी श्रद्धा भक्ति निष्ठापूर्वक रखते है।सूर्य नगरी देव क़ो विश्व की मान चित्र पर लाने के लिए देव पर्यटन विकास केंद्र के द्वारा भास्कर भूमि देव में देव सूर्यनारायण रथ यात्रा का आयोजन विगत पांच वर्षों से करते आ रही है l अबकी वर्ष 16/02/24 क़ो सूर्य रथ यात्रा की तिथि तय है l छठे वर्ष पर केंद्र के सदस्यों नें असहाय लोगों के आर्थिक अवस्था क़ो विचार में रखते हुए कहा कुछ गरीब परिवार तो अपनी बेटियों के विवाह के लिए भीक्षा लेने एवं अन्य नागरिकों से उधार लेने तक के लिए मजबूर हो जाते हैं।
गरीब परिवारों की इसी समस्या का समाधान करने के देव पर्यटन विकास केंद्र नें देव सूर्यनारायण रथ यात्रा के शुभ अवसर जनकल्याण के लिए सामूहिक विवाह करवाने का निर्णय लिया है। जिसकी तारीख 19/02/24 क़ो तय की गयी है।देव सूर्य नारायण रथ यात्रा की बैठक में उदय सिंह,पूर्व मुखिया नंदकिशोर मेहता,सुनील प्रताप,मुकुल सिंह, तरुण सिंह, कंचन देव, दीपक गुप्ता, रणधीर सिंह चंद्रवंशी, शिवम गुप्ता, उमाकांत सिंह, नन्दलाल कुमार, आपीश्वर सिंह, केताकी के चन्दन सिंह, बिनोद चौधरी, आशा देवी, शांति देवी, रिंकी देवी एवं अन्य ग्रामीण लोग उपस्थित थे