द्वापर युग में इंद्रद्वीप के नाम से विख्यात देव के सटवट गांव में 19 जून से 26 जून तक अध्यात्म की गंगा बहेगी और इस अध्यात्म की पवित्र धारा में गांव से जुड़े लगभग एक दर्जन से अधिक गांवों के श्रद्धालु डुबकी लगाकर अपने जीवन को धन्य और सफल बनाएंगे। 19 को कलश यात्रा और 26 को भंडारे के साथ यज्ञ का समापन होगा। शनिवार के अपराह्न एक बजे निर्माणाधीन मंदिर परिसर में महायज्ञ समिति के अध्यक्ष विजय सिंह, कार्यकारी अध्यक्ष सह
भाजपा नेता प्रवीण कुमार सिंह, प्रसिद्ध ज्योतिष मर्मज्ञ सतीश पाठक एवं यज्ञ समिति के पदाधिकारियों ने संयुक्त रूप से एक प्रेसवार्ता कर यज्ञ की विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बताया कि इस यज्ञ के समस्त कर्मकाण्ड बनारस के पंडितों द्वारा की जाएगी। यज्ञ में महामंडलेश्वर कैलाशनंद गिरी महाराज जी आगमन होगा और वे यहां हेलीकॉप्टर से आयेंगे। इसके अलावे साध्वी रितंभरा, बालयोगी महंत अखिलेश्वर दास, कूपा धाम के स्वामी सत्यप्रकाश, स्वामी सीताराम शरण,देवी सत्यार्थी, देवी अनुराधा, बालयोगी स्वामी तुलसीदास
महाराज के आगमन की स्वीकृति प्राप्त हो चुकी है तथा और अन्य संत से भी अनुमति लेने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने बताया कि यह यज्ञ देव में आयोजित हुई यज्ञ की तरह ही है। यहां भी हेलीकॉप्टर से यज्ञ स्थल पर पुष्प की वर्षा की जाएगी।
बताया गया कि यज्ञ के दौरान प्रतिदिन श्रद्धालुओं के लिए सात्विक भोजन की व्यवस्था रहेगी। यज्ञ के दौरान विधि व्यवस्था बनी रहे।इसके लिए यज्ञ समिति के स्वयं सेवकों के साथ साथ जिला प्रशासन से सहयोग लिया जाएगा। यज्ञ समिति के पदाधिकारियों ने जिले के समस्त श्रद्धालुओं से गया में शिरकत करने की अपील की है।