पितृ पक्ष मेला के सफल आयोजन को लेकर समीक्षा बैठक आयोजित

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गया, 05 अगस्त 2024, इस वर्ष पितृपक्ष मेला 17 सिंतबर से प्रारंभ होकर 02 अक्टूबर 2024 तक आयोजित रहेगा। इस वर्ष पिछले वर्ष के अपेक्षा और अधिक तीर्थयात्रियों की आने की पूरी संभावना है। पितृपक्ष मेला के सफल आयोजन के उद्देश्य से किये जा रहे तैयारियों का समीक्षा जिला पदाधिकारी गया डॉ० त्यागराजन एसएम ने कोषांगवार किया।

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उन्होंने सभी कोषांगों के वरीय पदाधिकारी एवं नोडल पदाधिकारी को निर्देश दिया कि अभी से ही अपने कोषांग में अधीनस्थ पदाधिकारी, अभियंता एवं संबंधित नामित स्वमं सेवी सम्मानित व्यक्तियों के साथ स्थल निरीक्षण करते हुए, जो भी कमियां पायी जाती है उसे युद्धस्तर में ठीक करवाये, ताकि मेला अवधि में पितृपक्ष मेला की खूबसूरती में और चार चांद लग जाये।

मुख्य रूप से मेल क्षेत्र के ट्रैफिक व्यवस्था, मेला अवड़ी में नियंत्रण कक्ष, कंट्रोल रूम, apps एव वेबसाइट का निर्माण, तर्पण पुस्तक में प्राप्त आलेख इत्यादि की समीक्षा की गई।

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समीक्षा करते हुए डीएम ने कहा कि पिछले वर्ष सभी सुसज्जित व्यवस्था के साथ मेला सम्पन्न हुआ था, इस वर्ष भी अधिकारी अपने पूरी लगन एव मेहनत से मेला को सफल बनावे। पिंडदानि दुशरे राज्यो/ प्रदेशों से गया जी अपने पितरों की मोक्ष के लिये आते हैं। उन्हें एक अच्छी व्यवस्था उपलब्ध करवाना प्रशासन का दायित्व है।

डीएम ने वरीय उप समाहर्ता टोनी कुमारी/ राजीव रंजन/ आशना कुमारी एव सूचना विज्ञान पदाधिकारी को निर्देश दिया है अभी से ही कॉल सेंटर निर्माण हेतु सभी आवश्यक कार्य करवाना सुनिश्चित करे, ताकि मेला के 15 दिन पहले कंट्रोल रूम को चालू करवाया जा सके। चिन्हित करते हुए कर्मियों को प्रशिक्षण भी करवाना होगा। ताकि एक सरल भाव के साथ यात्रियों से बात कर सके।

कॉल सेंटर पर कम से कम 40 की संख्या में व्हीलचेयर की उपलब्धता रखनी होगी, ताकि अति भुजुर्ग तीर्थयात्रियों को मंदिर दर्शन के लिये व्हीलचेयर दिया जा सके। कंट्रोल रूम में bsnl से सम्पर्क कर पर्याप्त हंटिंग लाइन की व्यवस्था रखना होगा। जिला पदाधिकारी ने कहा कि कंट्रोल रूम में सभी पंडा जी एवं पुरोहितों का नंबर अनिवार्य रूप से एकत्रित रखें।

इस बार भी मेला के अवसर पर तीर्थ यात्रियों की सुविधा के लिए वेबसाइट एवं मोबाइल ऐप का निर्माण करवाया जा रहा है। वेबसाइट एवं मोबाइल ऐप में हर छोटी से छोटी जानकारी उपलब्ध रखा जाएगा ताकि हर प्रकार की मदद सभी तीर्थ यात्रियों को प्राप्त हो सके।

पिछले वर्ष भी विभिन्न संस्थाओं यथा ncc, nyk, एस्कॉर्ट एंड गाइड के बच्चों द्वारा काफी मदद ली गई थी। उन बच्चों ने काफी उत्कृष्ट कार्य किया था। इस वर्ष भी उन सभी बच्चों की मदद ली जाएगी। जिला पदाधिकारी ने निर्देश दिया है कि उन सभी बच्चों को खाना पानी इत्यादि की पूरी व्यवस्था सुनिश्चित करावे।

पिछले वर्ष सभी प्रेम से भी संस्थान काफी सही तरीके से अपना-अपना योगदान दिए थे इस वर्ष भी सभी संस्थाओं से अपील है कि अपना भरपूर सहयोग पितृपक्ष मेला के दौरान पूरी श्रद्धा से दें। उन्होंने अपर समझौता को निर्देश दिया है कि विभिन्न स्वयंसेवी संस्थान का लिस्ट तैयार करते हुए उन्हें जगह आवंटित करना होगा इसके लिए अभी से ही जगह चिन्हित कर ले।

ज़िला पदाधिकारी ने वरीय अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिया कि भीड़ भाड़, रास्ता पर, घाट पर किसी भी हाल में कोई भी फ़ूड स्टाल/ सुधा स्टाल या स्वमं सेवी संस्थाओं का स्टाल नही लगेगा। विदित हो कि मेला क्षेत्र पितृपक्ष मेला अवड़ी में यात्रियों से भरा रहता है, यैशे में रास्ता पर कोई भी स्टाल लगने से कोई घटना होने की प्रबल संभावना बन जाती है। नियमित हर ही फ़ूड स्टाल या स्वमं सेवी द्वारा खिलाये जाने वालों खाद्य पदार्थों की क्वालिटी की जांच करवाई जाएगी। किसी भी हाल में कोई भी तीर्थयात्रियों को बासी खाना नही परोसा जाए, इसे सुनिश्चित करवाये।

स्मारिका ब्रोसियर का मुद्रण के संबंध में डीएम ने निर्देश दिया कि संपादक मंडल का दायित्व होगा कि 20 अगस्त तक सभी आलेखों को एक जगह समेकित करते हुए सही ढंग से बिना कोई त्रुटि का तर्पण किताब मुद्रित करवाये, ताकि लोग गयाजी के महत्व को और अच्छा से समझ सके। रेलवे स्टेशन, विष्णुपद एव गया एयरपोर्ट पर सूचना केंद्र बनाया जाएगा, इन केंद्रों पर बिहार सरकार द्वारा संचालित विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं के बारे में बताया जाएगा।

यातयात व्यवस्था के संबंध में डीएम ने बताया कि इस माह के अंत तक गया शहरी क्षेत्र यथा ऐरोपोर्ट एव रेलवे स्टेशन पर ओला वाहन की सुविधा प्रारंभ हो जाएगी। जिससे पितृपक्ष मेला के दौरान काफी मदद मिलेगा। जिला पदाधिकारी ने अनुमंडल पदाधिकारी को निर्देश दिया है कि रेलवे स्टेशन एवं एयरपोर्ट पर विभिन्न टैक्सी एवं ऑटो द्वारा मनमानी ढंग से राशि ली जाती है।

इस पर पूरी तरह अंकुश लगाना है एवं प्रशासन द्वारा निर्धारित किए गए भाड़ा को ही सभी ऑटो रिक्शा एवं टैक्सी तीर्थ यात्रियों से प्राप्त करेंगे। किसी प्रकार की निर्धारित राशि से अधिक राशि लेने की सूचना पर कार्रवाई की जाएगी।

बैठक में अपर समाहर्ता राजस्व/ विधि व्यवस्था/ विशेष कार्यक्रम, निदेशक डीआरडीए, ज़िला भूअर्जन पदाधिकारी, अनुमण्डल पदाधिकारी सदर सहित कोषांग के वरीय/ नोडल पदाधिकारी उपस्थित थे ।

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