गया 17 फरवरी 2024, जिला परियोजना प्रबंधक आचार्य मम्मट की अध्यक्षता में जीविका द्वारा जिला परियोजना क्रियान्वयन इकाई, गया में एक दिवसीय वित्तीय समावेशन पर कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला में जिला परियोजना प्रबंधक द्वारा जीविका द्वारा संचालित विभिन्न गतिविधियों पर चर्चा करते हुए बताया कि दीदियाँ आर्थिक एवं सामाजिक सशक्तिकरण की ओर बढ़ रही हैं।
जीविका दीदियों को दिए गए ऋण के वापसी दर बेहतर है। दीदियां स्वयं सहायता समूहों के माध्यम से साप्ताहित बैठक कर अपनी ऋण जरूरतों पर चर्चा करते हुए योजना बनाती है। वह साप्ताहिक बचत, लेन-देन, ऋण वापसी एवं लेखांकन करते हुए ऋण प्राप्त करती हैं। एनपीए न हो इसके लिए ऋण वापसी कमिटियों द्वारा कार्य किया जाता है। यह ऋण एनपीए नहीं रहता है।
बीआरएलपीएस-एमआईएस बॉक्स द्वारा सभी डेटा ऑनलाइन किसी के भी द्वारा देखा जा सकता है। प्रबंधक मूल्यांकण एवं अनुश्रवण राकेश कुमार ने पीपीटी के माध्यम से जीविका गया द्वारा संचालित गतिविधयों की जानकारी दी।
प्रबंधक सूक्ष्मवित् ब्रजेश कुमार द्वारा गया जिला में वित्तीय समावेशन की दिशा में जीविका द्वारा किये जा रहे कार्यों के विषय में चर्चा करते हुए बताया कि अब तक 45074 स्वयं सहयता समूहों को बैंको द्वारा लिंकेज कराया गया है। इससे विभन्न जीविकोपार्जन गतिविधयों के लिए जीविका दीदियों को सामुदायिक ऋण मिलाना आसान हुआ है। हम अब इंडिविजुअल फाइनेंस की ओर बढ़ रहे है।
कोऑपरेटिव बैंक के साथ मिलकर इंडिविजुअल फाइनेंस का दायरा बढ़ाया जा सकता है। इसके लिए शखा प्रबंधको एवं बीपीम आपस में समन्वय बैठक कर आगे बढ़ सकते है।
इस कार्यशाला में कोऑपरेटिव बैंक के प्रबंधक सह नोडल अधिकारी विजय कुमार सिंह, कोऑपरेटिव बैंकों के शाखा प्रबंधकों सहित जीविका के बीपीएम, यूवा पेशेवर एवं विषयगत प्रबंधकों भाग लिया। इसमें गया, अरवल एवं जहानाबाद जिला के 9 प्रखंडों के जीविका एवं कोऑपरेटिव बैंक के विभिन्न प्रबंधकों एवं शाख प्रबंधकों ने भाग लिया।