गया जिले में मंगलवार गर्मी के मौसम में संभावित होने वाले पेयजल समस्या की दृष्टिकोण से जिला पदाधिकारी गया डॉ० त्यागराजन एसएम ने आज सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी, सभी प्रखंड पंचायत राज पदाधिकारी एवं phed विभाग के तमाम पदाधिकारी के साथ पेयजल आपूर्ति संबंधित विषय पर विस्तार से समीक्षा की गई।
ज़िला पदाधिकारी ने कहा कि दिन प्रतिदिन तापमान में बढ़ोतरी हो रही है। किसी भी टोले में पेयजल की समस्या नहीं हो इसके लिए जो भी आवश्यक कार्य है उसे अगले 7 दिनों में पूर्ण कर लें।
सात निश्चय अंतर्गत हर घर नल का जल योजना के समीक्षा के दौरान जिला पदाधिकारी ने सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी को स्पष्ट निर्देश दिया है कि किसी भी वार्ड में नल जल योजना बंद नहीं रहे, इसे लेकर मार्च माह में विशेष रूप से योजनाओं का सर्वेक्षण करवाया गया था ताकि जिससे पता चल सके की कितनी योजनाएं बंद है। बंद योजनाओं की सूची पीएचडी विभाग को उपलब्ध कराई
गई थी, जिसे मरम्मत कराकर चालू करवाया जा रहा है। जिला पदाधिकारी ने पुणे सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी को निर्देश दिया है कि दोबारा से सही तरीके से जांच करवाये और रिपोर्ट उपलब्ध करवाये की वास्तव में वर्तमान समय मे अब कितनी योजना चालू है।
गर्मी को देखते हुए पीएचईडी के तमाम पदाधिकारी पूरी तात्पर्यता से योजनाओं को चालू करने एवं चालू रखने का कार्य करे। छोटी-छोटी समस्याएं यथा स्टार्टर जलना, मोटर खराब होना, फेज खराब रहना इत्यादि के कारण पानी सप्लाई बंद रहता है, इन तमाम छोटी समस्याओं को तुरंत समाधान करवाते रहें। निर्देश दिया है कि प्रखंड विकास पदाधिकारी, पंचायत राज पदाधिकारी एवं पीएचईडी के
पदाधिकारी आपस में पूरी समन्वय के साथ कार्य करें। प्रखंड विकास पदाधिकारी हर दिन पेयजल से संबंधित बैठक एवं जानकारी पीएचईडी के पदाधिकारी से लेते रहे। उन्होंने सभी पंचायत सचिव को निर्देश दिया है कि हर दिन नल जल योजनाओं की पांच पांच स्कीम का जांच करें।
चापाकल मरामती की समीक्षा के दौरान बताया गया कि 43 चापाकल मरमती दल के माध्यम से 938 चापाकल को मरम्मत करवाया गया है जिसमें शेरघाटी डिवीजन में 452 नगर डिवीजन में 486 चापाकल ठीक हुए हैं। बताया गया कि एक टीम अधिकतम एक दिन में तीन चापाकल को ठीक करता है, 12 मार्च से लगातार चापाकल मरम्मत करवाया जा रहा है। जिला पदाधिकारी ने निर्देश दिया है कि विगत वर्ष के आलोक में इस वर्ष भी चापाकल मरम्मत
दल की संख्या को और बढ़ावे साथ ही सभी प्रखंड का रोस्टर बनाते हुए प्रखंड विकास पदाधिकारी को उपलब्ध करवाये ताकि और तेजी से चापाकल मरम्मत करवाया जा सके साथ ही सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी को निर्देश दिया है कि जो भी चापाकल मरम्मत हो रहे हैं उसकी क्रॉस वेरिफिकेशन हर हाल में करवाये। उन्होंने कहा कि स्कूल, महादलित टोला एवं आंगनबाड़ी केंद्रों को प्राथमिकता के आधार पर चापाकल ठीक करने का कार्य करें। जिस चापाकल में राइजर पाइप की आवश्यकता हो उसमें जरूर राइजर पाइप डालें।