पटना। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के द्वारा पलटी मारने की संभावनाओं को देखते हुए महागठबंधन के नेताओं की गतिविधियां बढ़ गई है और 24 जनवरी से ही सियासी पारा चढ़ा हुआ है। बिहार की राजनीति में अस्थिरता के संकेत को देखते हुए शनिवार को राजद नेताओं की एक अहम बैठक हुई। जिसमे आलाकमान द्वारा कई महत्वपूर्ण निर्देश दिए गए।
बैठक में नेताओं के साथ चर्चा करते हुए अप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने कहा कि मैने हमेशा ही गठबंधन धर्म का पालन किया। यहां तक कि मुख्यमंत्री जी के द्वारा कई बार 2005 से पूर्व की बिहार की राजनीति पर टिप्पणी की गई।लेकिन मैंने उस मामले पर कभी नही कुछ कहा और उन्हे लगातार सम्मान दिया।
हमेशा यही कोशिश रही कि बिहार का विकास हो। कभी भी कोई ऐसा मौका नहीं आने दिया कि किसी भी प्रकार का कोई गतिरोध हो। परंतु ऐसी क्या बात हो गई कि मामला कुछ एयर ही दिखाने की कोशिश की जाने लगी। फिर भी हम गठबंधन के साथ बने हुए हैं।
बैठक के समाप्त होने के बाद प्रवक्ता मनोज झा ने कहा कि हमने मौजूदा हालात के हर पहलू पर चर्चा की है। हमारे नेता लालू प्रसाद जो भी फैसला लेंगे, हम उसे मानेंगे। हम इस सरकार को गिराने के बारे में कभी सोच भी नहीं सकते। इस सरकार ने बिहार की जनता के लिए काम किया है।
वही इन सबके बीच जदयू एमएलसी नीरज कुमार ने कहा कि आरजेडी नेतृत्व बेचैन है। बेचैनी का कारण साफ है।अनावश्यक बयानबाजी की जा रही है। जिसे रोकने की जरूरत है वर्ना नतीजे अच्छे नहीं होंगे।