पूरे देश में चल रहे “बाल विवाह मुक्त भारत” अभियान के तहत 16 अक्टूबर को मनाए गए बाल विवाह मुक्त भारत दिवस के मौके पर प्रयास जुवेनाइल एड सेन्टर पूर्वी चंपारण बिहार मोतिहारी जिले के दो अनुमण्डल मोतिहारी और रक्सौल के चिंहित 150 गांव में जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन किया गया जिसकी अध्यक्षता जिला परियोजना समन्वयक आरती कुमारी द्वारा किया गया जिसमे मोतिहारी प्रखंड, सुगौली प्रखंड, रामगढ़ावा प्रखंड, रक्सौल प्रखंड आदापुर प्रखंड, छोराडानो प्रखंड में 16 अक्टूबर के रात्रि में सभी जगहों पर महिलाए के साथ
बाल विवाह मुक्त भारत निर्माण को लेकर निकाला गया कैंडल मार्च
कार्यक्रम में उपस्थित लोगों की संख्या 14,238महिलाओं, बच्चों और प्रशासन आम लोगों ने शपथ ली कि वे न तो बाल विवाह का समर्थन करेंगे और न इसे बर्दाश्त करेंगे। बड़े पैमाने पर हुए इन कार्यक्रमों में सहयोग दिया गया अनुमंडल पदाधिकारी, अनुमण्डल पुलिस पदाधिकारी, मुखिया, एसएसबी 47th BN पंटोका AHTU मानव तस्करी रोधी ईकाई क्षेत्रक मुख्यालय, आर पी एफ,जीआरपी, स्टेशन अधीक्षकरक्सौल, सहित वेंडर,कुली,लोगों ने हिस्सा लिया और इसे सफल
बनाने में योगदान दिया राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण-5(एनएचएफएस-2019-21 ) के आंकड़ों के अनुसार पूरे देश में 20 से 24 आयुवर्ग के बीच की 23.3 प्रतिशत युवतियों का विवाह 18 वर्ष की होने से पहले ही हो गया था जबकि पूर्वी चम्पारण जिले में बाल विवाह की बढ़ोतरी हुई हैं विगत कुछ वर्षो में लड़कियों का विवाह 18 वर्ष की होने से पहले हो गया था।
बाल विवाह मुक्त भारत अभियान देश के 300 से भी ज्यादा जिलों में चलाया जा रहा है
भारत से 2030 तक बाल विवाह के समग्र खात्मे के लक्ष्य के साथ पूरी तरह से महिलाओं के नेतृत्व में चल रहे इस अभियान से देश के 160 गैर सरकारी संगठन जुड़े हुए हैं। सोलह अक्टूबर को इस अभियान के एक साल पूरे हुए। इस अर्से में पूरे देश में हजारों बाल विवाह रुकवाए गए और लाखों लोगों ने अपने गांवों और बस्तियों में बाल विवाह का चलन खत्म करने की शपथ ली इसी क्रम में भरतमही गांव में मुखिया सुमन चौरसिया जी के उपस्थिति और उनके सहयोग से कैंडल मार्च निकाला गया साथ ही।
एसएसबी 47th बटालियन पंटोका रक्सौल महीला बल सुष्मिता, रोहिणी, रेणुका, अलादी,रजनी, चेतना चौधरी, अरुणेश, सूरज हुकुम चंद ने कैंडल मार्च निकाल कर बाल विवाह के प्रति विरोध किया गया। मौके पर प्रयास जुवेनाइल एड सेन्टर पूर्वी चंपारण सामाजिक कार्यकर्ता राज गुप्ता, विजय कुमार शर्मा, किरण वर्मा, अजय कुमार, उमेश कुमार श्रीवास्तव, अभिषेक कुमार, नाथू राम पोदार, नवीन कुमार, सन्नी मंडल, अफताब आलम, हमजा खान आदि सामिल थे।